बांग्लादेश की एक कोर्ट ने सोमवार को पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद हसन महमूद समेत 17 पूर्व मंत्रियों, और शेख हसीना सरकार के नौ सांसदों के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. मीडिया में आई खबर के मुताबिक भ्रष्टाचार रोधी एक संस्था ने इन पूर्व मंत्रियों और सांसदों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की थी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ढाका मेट्रोपोलिटन सीनियर स्पेशल जज मोहम्मद अस-शम्स जगलुल हुसैन की कोर्ट ने सोमवार को भ्रष्टाचार रोधी आयोग (एसीसी) की अर्जियों पर सुनवाई के बाद यह आदेश दिया. आयोग के लोक अभियोजक मीर अहमद अली सलाम और महमूद हुसैन जहांगीर ने इन पूर्व मंत्रियों और संसद सदस्यों पर यात्रा प्रतिबंध की पुष्टि की.
इन लोगों पर लगा प्रतिबंध
रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों पर देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद, पूर्व विद्युत, ऊर्जा और खनिज संसाधन राज्य मंत्री नसरुल हामिद, पूर्व जहाजरानी राज्य मंत्री खालिद महमूद, पूर्व आईसीटी (सूचना संचार प्रौद्योगिकी) राज्य मंत्री जुनैद अहमद पलक और पूर्व प्राथमिक एवं जन शिक्षा राज्य मंत्री मोहम्मद जाकिर हुसैन शामिल हैं.
कई कैबिनेट मंत्रियों ने देश छोड़ा
बता दें कि शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी के कई शीर्ष नेता और सांसद तथा कैबिनेट मंत्री देश छोड़कर चले गए हैं. कई अन्य मंत्री अपने सरकारी या निजी आवास छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर छिपे हुए हैं.
संसद अध्यक्ष शिरीन ने इस्तीफा दिया
बांग्लादेश की संसद की अध्यक्ष शिरीन शर्मिन चौधरी ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया.करीब चार हफ्ते पहले राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद सदन को भंग कर दिया था.राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों ने बताया कि शिरीन शर्मिन चौधरी ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.उनका इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान एक आभूषण कारीगर की हत्या के मामले में उन पर आरोप लगाया गया है.
भ्रष्टाचार और हत्या के कई मामले दर्ज
शिरीन शर्मिन चौधरी के अलावा अवामी लीग के नेताओं और हसीना के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री रहे कई लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार और हत्या समेत अन्य आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं.हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद अवामी लीग के कई नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.