बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने अपने उत्तराधिकारी को लेकर आज बड़ा ऐलान किया है। साथ कई दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि बीएसपी में स्वार्थ, रिश्ते-नाते महत्वहीन हैं। बहुजन हित सर्वोपरि हैं।
इसके साथ ही मायावती ने लिखा, ‘इसी क्रम में मान्यवर श्री कांशीराम जी की शिष्या व उत्तराधिकारी होने के नाते उनके पदचिन्हों पर चलते हुए मैं भी अपनी आखिरी सांस तक हर कुर्बानी देकर संघर्ष जारी रखूंगी ताकि बहुजन समाज के लोग राजनीतिक गुलामी व सामाजिक लाचारी के जीवन से मुक्त होकर अपने पैरों पर खड़े हो सकें।’
पार्टी को आगे बढ़ाने में जी-जान से लगा रहे
मायावती ने कहा, ‘कांशीराम की तरह ही मेरे जीतेजी भी पार्टी व मूवमेन्ट का कोई भी वास्तविक उत्तराधिकारी तभी जब वह कांशीराम के अन्तिम सांस तक उनकी शिष्या की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट को हर दुःख-तकलीफ उठाकर, उसे आगे बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगातार लगा रहे।’
तन-धन-मन से लगातार काम करने की जरूरत
मायावती ने कहा कि देशभर में बीएसपी के छोटे-बड़े सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी पार्टी प्रमुख द्वारा निर्देश, निर्धारित अनुशासन एवं दायित्व के प्रति पूरी निष्ठा व ईमानदारी से जवाबदेह होकर पूरे तन, मन, धन से लगातार काम करते रहना जरूरी है।
आकाश को 2023 में बनाया था अपना उत्तराधिकारी
बता दें कि मायावती के भतीजे आकाश आनंद अभी मायावती के उत्तराधिकारी हैं। मायावती ने आकाश को पहली बार दिसंबर 2023 को अपना उत्तराधिकारी बनाया था। लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती ने आकाश आनन्द को अपरिपक्व बताकर अपना उत्तराधिकारी बनाने से मना कर दिया था।
आकाश ने पैर छूकर बुआ से लिया था आशीर्वाद
इसके 47 दिन बाद ही जून 2024 में मायावती ने बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश आनंद को फिर अपना उत्तराधिकारी बना दिया था। आकाश आनन्द ने बुआ मायावती के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया था।
आकाश के ससुर को BSP ने निकाला
अभी 15 फरवरी को मायावती ने आकाश आनन्द के ससुर आशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकाल दिया था। ऐसे में मायावती के इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हाल में ही लखनऊ में मायावती के जन्मदिन पर आकाश के भाई ईशान नजर आए थे। मायावती ने ईशान को आशीर्वाद भी दिया था