Ayodhya Water Metro:अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद योगी सरकार पूरी अयोध्या शहर के कायाकल्प में जुट गई है. यूपी सरकार हर तरह से कोशिश कर रही है कि अयोध्या को पर्यटन के मामले में पूरी दुनिया के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनाया जाए ताकि पूरी दुनिया से लोग यहां घुमने आएं.
इसी को लेकर अब योगी सरकार ने अयोध्या में वॉटर मैट्रो चलाने की प्लान बनाया है. ये मैट्रो सरयू नदी में चलाई जाएगी जो यात्रियों को अयोध्या के अलग-अलग घाटों का भ्रमण करवाएगी. इस मेट्रो के जरिए यात्री 14 किलोमीटर का सफर कर पाएंगे.
अयोध्या के सरयू नदी में चलने वाली इस मैट्रो में कुल 50 यात्रियों की क्षमता होगी. इस वॉटर मेट्रो का नाम फिल्हाल कैटा मेरन वैसेल बोट कहा जा रहा है. अयोध्या के पर्यटन को सफल बनाने के लिए वॉटर मेट्रो का संचालन अयोध्या के संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक किया जाएगा. इन घाटो पर मेट्रो के चार्जिंग के लिए पॉइंट बनाए जाएंगे और यहीं से यात्री वॉटर मेट्रो पर सवार हो सकेंगे.
पर्यावरण का रखा जाएगा विशेष ध्यान
पर्यावरण का ध्यान रखते हुए इस वॉटर मेट्रो को चलाया जाएगा. अयोध्या में चलाई जाने वाली वॉटर मेट्रो में कुल 50 सीटें होंगी, जिसे दोनों किनारों पर स्थापित किया जाएगा. ये सीटें फाइबर की बनी होंगी जिन्हें मजबूती के साथ फिक्स किया जाएगा जिससे की हादसे की आशंका न रहे.
क्या है इस वॉटर मेट्रो की खासियत
कोचीन शिपयार्ड में बनी यह वॉटर मेट्रो सरयू नदी के ऊपर किसी क्रूज की तरह दिखाई देगी। मेट्रो पूरी तरह एयर कंडीशन वाली होगी, जिससे न तो सर्दियों में यात्री ठिठुरेंगे और न ही गर्मी में उन्हें पसीना बहाना पड़ेगा. इस मेट्रो बोट को पूरा एयरकंडीशनर बनाया जाएगा, ताकि यात्री बिना गर्मी के परेशान हुए सफर का मजा उठा पाएं. इस मेट्रो में यात्रियों की जानकारी के लिए डिस्प्ले भी लगाया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक इन मेट्रो को वर्तमान समय में अयोध्या के साथ वाराणसी भी पहुंचाया गया है. माना जा रहा हा कि केंद्रीय जलमार्ग मंत्रालय इसको अगले कुछ दिनों में राज्य सरकार को हैंडओवर कर देगा.