दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में अर्बन एक्सटेंशन रोड (UER-2) टोल टैक्स को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. इसे लेकर 13 सितंबर को महापंचायत बुलाने का संकल्प लिया गया है. इस बीच आम आदमी पार्टी ने इस मसले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. AAP का आरोप है कि Toll Tax उगाही का एक जरिया बन गया है. किसानों की जमीन लेकर सड़क बनाई गई है और उन्हें पास के गांव में भी जाने के लिए टोल चुकाना पड़ता है.
‘आप’ ने बीजेपी को घेरते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”किसानों की जमीनों को लेकर दिल्ली-हरियाणा के बीच UER 2 बनाया गया और अब जब किसानों को पास के ही किसी गांव में जाना होता है तो उन्हें भारी भरकम Toll चुकाना पड़ता है.”
आम आदमी पार्टी के एक्स हैंडल से आगे लिखा गया, ”आज Toll Tax उगाही का एक माध्यम बन चुका है. इस Toll के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन आज तक BJP सरकार का एक भी व्यक्ति इनसे मिलने नहीं गया है.”
360 गांवों की पंचायत का प्रदर्शन तेज करने का फैसला
अर्बन एक्सटेंशन रोड (UER-2) टोल टैक्स को लेकर रविवार (07 सितंबर) को बिंदापुर में 360 गांवों की एक पंचायत ने विरोध प्रदर्शन तेज करने का फैसला किया. ‘पालम 360 खाप’ प्रमुख सुरेंद्र सोलंकी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण, वरिष्ठ नागरिक और पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए थे. सभी का कहना था कि किसानों और आम लोगों पर जबरन टोल टैक्स को थोपा गया है और इसे तुरंत वापस लिया जाए.
अब यह करो या मरो की लड़ाई- सुरेंद्र सोलंकी
‘द स्टेट्समैन’ की रिपोर्ट के मुताबिक सोलंकी ने पंचायत को बताया, ”यह मुद्दा केवल टोल शुल्क का नहीं, बल्कि आम लोगों के अधिकारों का है. अब यह करो या मरो की लड़ाई है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि 360 गांवों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता. पंचायत ने सर्वसम्मति से 13 सितंबर को बक्करवाला-मुंडका टोल प्लाजा पर एक महापंचायत आयोजित करने का संकल्प लिया, जिसकी अध्यक्षता सोलंकी करेंगे.