Amarnath Yatra 2024:-शनिवार से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा का सफर पहले की तुलना में इस वर्ष आसान होगा. श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी तक पहुंचने के लिए पलती-पतली पगडंडियों और खड़ी चढ़ाई से राहत मिलेगी.
बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) ने यहां पर कई ऐसे काम कराए हैं, जिससे शिवभक्तों को यात्रा में परेशानी का सामना न करना पड़े. संगम बेस के रास्ते पवित्र गुफा तक टिपर वाहन ( निर्माण में इस्तेमाल होने वाला ट्रक) को पहुंचाकर इतिहास रचा गया है. गौरतलब है कि बीआरओ ही यात्रा मार्ग की मरम्मत और देखरेख का काम देखता है.
बाबा बर्फानी के लिए दो रास्ते हैं. पहला पहलगाम मार्ग से चंदनबाड़ी (9500 फुट) और दूसरा 14 किमी. बालटाल मार्ग. बीआरओ के अनुसार पूर्व में गुफा की ओर जाने वाले दोनों रास्ते पहले संकरे थे, इसी रास्ते से घोड़े और पैदल श्रद्धालु जाते थे, जिससे भक्तों को यात्रा में परेशानी होती थी. बीआरओ ने इस रोड को चार फुट और चढ़ा कर दिया है. इस तरह मार्ग की लंबाई करीब 12 फुट हो गयी है. इससे सुविधाजनक ढंग से श्रद्धालु आना-जाना हो सकेगा.
34 किमी. मार्ग पर रेलिंग लगाई गयी
यह रास्ता कई जगह टूट गया था और गड्ढे भी हो गए थे. इसकी मरम्मत कराई गयी और कुछ जगह दोबारा से मार्ग का निर्माण भी कराया गया है. रास्ते में कई जगह लैंडस्लाइड की आशंका रहती है. इन स्थानों के आसपास 25 शैड बनाए गए हैं, जिससे लैंडस्लाइड के दौरान श्रद्धालु सुरक्षित स्थानों पर आ सकें.
बारिश के दौरान कई जगह फिसलन हो जाती थी, इन स्थानों को दुरुस्त किया गया है, जिससे श्रद्धालु फिसलें नहीं और हादसे की आशंका न रहे. इसके साथ ही, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 34 किमी. मार्ग पर रेलिंग लगाई गयी है. इसके अलावा बालटाल मार्ग पर आठ और चंदनबाड़ी मार्ग पर 10 ब्रिज बनाए गए हैं.
बालटाल मार्ग को 15 फिट चौड़ा किया गया
बीआरओ ने अमरनाथ यात्रा के 2023 में समापन के बाद 1 सितंबर से दूसरे चरण पर काम शुरू किया गया. इसमें बालटाल मार्ग को 15 फिट चौड़ा किया गया. इस मार्ग पर कई जगह सीधी चढ़ाई थी, इसे कम करके आसान ढाल बनाया गया है, जिससे चढ़ते समय श्रद्धालुओं की सांस न फूले और उतरने समय बारिश होने पर फिसलने की आशंका कम रहे.
पवित्र गुफा तक टिपर वाहन पहुंचा रचा इतिहास
बीआरओ ने संगम बेस के रास्ते पवित्र गुफा तक टिपर वाहन ( निर्माण में इस्तेमाल होने वाला ट्रक) को पहुंचाकर इतिहास रचा है. इसके साथ ही कालीमाता मार्ग को बेहतर कर वाहनों के आवाजाही के लिए तैयार किया गया है, जिससे निर्माण व अन्य जरूरी सामान पहुंचाने में सुविधा हो.