अलीगढ़ में कई दिन से खुद को शहर मुफ्ती होने का दावे करने वाले युवक के खिलाफ अब लोग सड़कों पर उतरते हुए नजर आ रहे हैं यही कारण है तमाम बिरादरी के अलावा सिया और सुन्नी समुदाय के धर्म गुरुओं के द्वारा इसकी मुखालिफत करना भी शुरू कर दी गई है. साथ ही उनके द्वारा कहा गया है कि अगर आइंदा ऐसे किसी के द्वारा खुद को शहर मुफ्ती बताया गया तो उसके खिलाफ कानून कारवाई की जाएगी फिलहाल शहर मुफ्ती का दावा करने वाले युवक के खिलाफ लोगों में आक्रोश नजर आ रहा है और जनता के द्वारा उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही जा रही है जिससे आइंदा कोई अपने आप को शहर मुफ्ती होने का दवा ना करें.
आखिर पूरा मामला क्या है?
अलीगढ़ में नए शहर मुफ्ती का दावा करने वाले युवक को अब शहर मुफ्ती बताना महंगा पड़ता हुआ नजर आ रहा है. अलीगढ़ की तमाम बिरादरियों के सदर के द्वारा उसके खिलाफ कार्रवाई की बात की है लेकिन, बताया जाता है 15 अगस्त के दिन एक युवक के द्वारा जामा मस्जिद के नजदीक झंडा फहराकर खुद को शहर मुफ्ती होने का दावा किया था यह बात उनके द्वारा सोशल मीडिया पर भी वायरल की थी.
यह बात पूरे शहर में आग की तरह फैल गई जिस पर लोगों के द्वारा कड़े रिएक्शन दिए जाने लगे. आज तमाम लोगों के द्वारा इकट्ठा होकर ऐसे लोगो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है. अलीगढ़ के सभी बिरादरियों के लोगों के द्वारा एकजुटता दिखाते हुए सुन्नी और शिया धर्म गुरु की मौजूदगी में ऐसे युवक को सबक सिखाने की बात कही है जिससे कोई भी युवक आगे ऐसे खुद को शहर मुफ्ती ना बताएं.
क्या कहते है शिया समुदाय के धर्मगुरु मुख्तार जैदी?
पूरे मामले पर मुख्तार जैदी से जब बातचीत की तो उनके द्वारा बताया गया कुछ लोग अपने आप को खुद ही शहर का मुफ्ती बता रहे हैं जो रिवायत सदियों से चली आ रही है बिना किसी प्रक्रिया के कोई भी व्यक्ति शहर मुफ्ती नहीं बन सकता शहर के मुफ्ती खालिद हमीद साहब थे और आगे भी रहेंगे लेकिन कुछ लोग अपने आप को शहर मुफ्ती बता रहे थे, आज उनको माफ कर दिया गया है.
आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि आइंदा से उनके द्वारा अगर खुद को शहर का मुफ्ती बताया गया तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी जिसके जिम्मेदार वह खुद होंगे आज यहां सभी समुदाय के लोगों के द्वारा इकट्ठा होकर यह ऐलान कर दिया गया है.
वहीं उन्होंने कहा समाज के कहने पर ही यह नियुक्ति होती है और समाज शहर मुफ्ती खालिद हमीद साहब के साथ मौजूद है सड़क छाप लोग कुछ बनने के लायक नहीं है अगर आगे से उनके द्वारा ऐसा कुछ किया जाता है तो निश्चित ही कानूनी कार्यवाही की जाएगी.
शहर मुफ्ती ने क्या कहा?
शहर मुफ्ती खालिद हमीद ने बताया कि कुछ लोगों के द्वारा यह बताया गया था कि वह बीमार है जिसके चलते नया शहर में मुफ्ती उन्हें माना जाए लेकिन वह खुद आज भी आवाम के साथ खड़े हैं आवाम का जो फैसला होगा वह उन्हें मंजूर होगा अब मौजूद लोग जो चाहते है वही होता चला आ रहा है.
उन्होंने कहा आवाम के बिना वह अकेले हैं आवाम हमेशा से अपने फैसले खुद लेती चली आई है उन पर किसी तरह का दवाब नहीं है अगर आवाम चाहती तो आज यहां इकट्ठा नहीं होती इससे साफ जाहिर है आवाम किसके साथ है हम आवाम के जज्बातों की कदर करते हैं और हमेशा आवाम को सुकून देने वाले फैसलों पर अकीदा रखेंगे.