त्रिपुरा के अगरतला रेलवे स्टेशन पर अचानक से काफी अफरातफरी दिखी. यहां पुलिस 11 लोगों को एक साथ हथकड़ी लगाकर ले जाती दिखी. इन गिरफ्तार लोगों में 5 महिलाएं और 6 पुरुष शामिल थे.
इतने सारे लोगों के रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार होने से वहां मौजूद सारे लोग हैरान थे.
पता चला कि अगरतला रेलवे स्टेशन पर पुलिस की इन 11 लोगों पर पहले से ही नजर थी. पुलिस ने पुलिस ने इन्हें रोककर पहचान पत्र आदि दिखाने को कहा तो वे नहीं दिखा पाए. पूछताछ करने पर पता चला कि ये सभी 11 लोग बांग्लादेशी नागरिक है, जो अवैध तरीके से त्रिपुरा में घुसे हैं. उनके पास भारत आने के लिए जरूरी वैध दस्तावेज भी नहीं थे. पुलिस ने उन्हें रविवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
त्रिपुरा पुलिस के मुताबिक, उन्हें खूफिया सूचना मिली थी कि सिपाहीजाला जिले में कुछ बांग्लादेशी नागरिक अंतरराष्ट्रीय सीमा पारकर अगरतला रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में सवार होने वाले हैं. इसे लेकर पुलिस पहले से मुस्तैद थी और शनिवार शाम से तलाशी अभियान शुरू किया था.
प्रभारी अधिकारी तापस दास ने बताया, ‘हमने अगरतला रेलवे स्टेशन से 11 लोगों को पकड़ा है, जिनमें पांच महिलाएं और छह पुरुष हैं. उन्हें पूछताछ के लिए अगरतला राजकीय रेलवे पुलिस थाना ले जाया गया है.’ दास ने बताया कि पूछताछ के दौरान, बांग्लादेशी नागरिक भारत में दाखिल होने के लिए कोई वैध यात्रा दस्तावेज पेश नहीं कर पाए.
वहीं जीआरपी थाने के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पूछताछ में पता चला कि ये लोग नौकरी की तलाश में भारत में घुसे थे. अगरतला से ट्रेन पकड़कर वे ओडिशा, कोलकाता या बेंगलुरु जाने की सोच रहे थे.
अगरतला रेलवे स्टेशन पर अवैध रूप से घुसे बाग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की यह कोई पहली घटना नहीं. अभी दो दिन पहले ही यहां 2 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया था, जो कर्नाटक की ट्रेन पकड़ने वाले थे. इससे पहले 26 जून को भी यहां चार बांग्लादेशी महिलाओं सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उससे तीन दिन पहले, नौकरी के अवसरों की तलाश में देश के अन्य राज्यों के लिए अगरतला रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सवार होने का प्रयास कर रहे छह महिलाओं सहित नौ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था.
त्रिपुरा से बाहर जाने को धारण किया था महिलाओं का रूप
जीआरपी अधिकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए 7 लोगों में से दो क्रॉस-ड्रेसर थे और उन्होंने महिला का भेष धारण किया हुआ था. वह सभी रेलवे स्टेशन में एंट्री करने का प्रयास कर रहे थे. जीआरपी अधिकारी ने कहा कि पहले तो उन पर ट्रांसजेंडर होने शक हुआ, लेकिन बाद में पता चला कि त्रिपुरा से बाहर जाने के लिए उन्होंने खुद को महिलाओं के रूप में पेश करने की कोशिश की थी.