सीरिया में एक बार फिर से युद्ध की आग भड़क गई है. इस बार ये युद्ध सीरिया की सेना और हिज्बुल्लाह के बीच हो रही है. सीरिया में ये वर्चस्व की जंग है, जो 12 अप्रैल को शुरू हुई. सीरिया में हिज्बुल्लाह के हजारों लड़ाके पहुंच चुके हैं. हिज्बुल्लाह सीरिया में फिर से खुद को मजबूत करना चाहता है. यही वजह है कि सीरियाई सेना ने हिज्बुल्लाह के खिलाफ बड़ा सैन्य अभियान लॉन्च कर दिया है.
HTS के लड़ाकों ने हिज्बुल्लाह पर हमले किए
असद का तख्तापलट होने के बाद अल शरा की अगुवाई वाले HTS के लड़ाकों ने हिज्बुल्लाह पर जबरदस्त हमले किए थे. इन हमलों की वजह से हिज्बुल्लाह सीरिया में न सिर्फ बहुत कमजोर हो गया था, बल्कि उसके लड़ाकों को लेबनान भागना पड़ा था, लेकिन अब सीरिया में हिज्बुल्लाह की फिर से वापसी हो गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, हिज्बुल्लाह फिर से सीरिया में खुद को मजबूत करना चाहता है, इसके लिए हिज्बुल्लाह चीफ नईम कासिम ने 2 हजार लड़ाकों को सीरिया भेजा है. हिज्बुल्लाह के इन लड़ाकों ने सीरिया के कई इलाकों पर कब्जा जमा लिया है. इतना ही नहीं ईरान से हथियार आने वाले कई रूट को भी अपने कंट्रोल में कर लिया है.
ईरान कर रहा हिज्बुल्लाह को हथियार सप्लाई
रिपोर्ट तो ये भी है कि इन रूट्स के जरिए ईरान ने हिज्बुल्लाह को फिर से हथियारों की सप्लाई तेज कर दी है. इस बात की खबर सीरियाई सेना को लगी, तो उसने हिज्बुल्लाह के खिलाफ फिर से विध्वंसक सैन्य अभियान लॉन्च कर दिया. सीरियाई सेना उन इलाकों में जबरदस्त हमले कर रही है, जहां हिज्बुल्लाह का कब्जा है. सीरियाई आर्मी ने हिज्बुल्लाह के हथियार सप्लाई रूट को तबाह करना शुरू किया, तो हिज्बुल्लाह के लड़ाकों ने भी बारूदी गर्जना शुरू कर दी.
अब सूरतेहाल ये हैं कि सीरिया में एक बार फिर से वर्चस्व की जंग छिड़ गई है. ये जंग हिज्बुल्लाह और सीरिया की सेना के बीच है. अगर अल शरा की आर्मी हिज्बुल्लाह के लड़ाकों को सीरिया से भगाने में नाकाम रही तो हिज्बुल्लाह सीरिया में फिर से ताकतवर हो जाएगा. हिज्बुल्लाह की ये शक्ति सीरियाई सरकार और उसकी सेना के लिए बड़ा खतरा बन जाएगी.