उत्तर प्रदेश के अमेठी में आयोजित तहसील दिवस के दौरान हड़कंप मच गया. तहसील दिवस की अध्यक्षता करने पहुंचे सीडीओ के सामने एक महिला ने आकर लेखपाल पर 10 हजार रुपये रिश्वत लेने के बाद भी काम नहीं करने का आरोप लगाया. अपने बच्चों के साथ रोते हुए तहसील दिवस में पहुंची इस महिला की बात सुनकर वहां मौजूद अधिकारी कर्मचारी आवाक रह गए. हालांकि सीडीओ सूरज पटेल ने मामले की जांच कराने का आश्वासन देकर महिला को शांत कराया.
सीडीओ ने एसडीएम को मामले की जांच कराने को कहा है. मामला तहसील अमेठी के मंगापुर गांव का है. इस गांव में रहने वाली महिला राजकुमारी तिवारी पत्नी अशोक तिवारी ने बताया कि गांव की आरक्षित जमीन पर अवैध निर्माण किया जा रहा है. इसे रोकने के लिए वह अधिकारियों को कई बार शिकायत भी दे चुकी है. बावजूद इसके, सुनवाई नहीं होने पर वह अपने बच्चों के साथ संपूर्ण सामाधान दिवस में पहुंची थी. उसने रोते हुए लेखपाल संजीव दुबे पर गंभीर आरोप लगाया है.
रिश्वत लेकर एक बार रोका था काम
सीडीओ सूरज पटेल ने महिला की पूरी बात सुनने के बाद तुरंत एसडीएम को मामले की जांच के आदेश दिए. महिला ने बताया कि पिछले दिनों उसने लेखपाल को दस हजार रूपए दिए तो उन्होंने उस समय काम रुकवा दिया. अब एक बार फिर काम शुरू हो गया है. ऐसे में जब उसने दोबारा लेखपाल से शिकायत की तो लेखपाल ने कह दिया कि वह दस हजार में हम बिके नहीं हैं. अब काम नहीं रूकेगा. दूसरी ओर, इस जमीन पर अवैध निर्माण करने वाले उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
लेखपाल पर पहले भी लगे हैं आरोप
उधर, एसडीएम आशीष सिंह ने बताया कि मौके पर एक गरीब परिवार को प्रधानमंत्री आवास मिला है. उसी काम चल रहा है. महिला का कहना है कि यह आवास उस जगह पर ना बने. हालांकि यह इनकी व्यक्तिगत जमीन नहीं है. बताया जा रहा है कि जिस लेखपाल पर रिश्वत लेने का आरोप लगा है, उसके खिलाफ पहले भी इस तरह के आरोप लगते रहे हैं. इस संबंध में उच्चाधिकारियों तक शिकायत भी होती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती.