इंफाल: मणिपुर में मणिपुर पुलिस, सीएपीएफ, सेना और असम राइफल्स के संयुक्त अभियान के दौरान बड़ी सफलता मिली है। घाटी के 5 जिलों के बाहरी इलाकों से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। इन हथियारों में 151 एसएलआर राइफल, 65 इंसास राइफल, 73 अन्य प्रकार की राइफल, 5 कार्बाइन गन, 2 एमपी-5 गन और अन्य सहित विस्फोटक और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई है।
मणिपुर पुलिस के एडीजीपी ने क्या कहा?
मणिपुर पुलिस के एडीजीपी लहरी दोरजी ल्हाटू ने कहा, ‘मणिपुर पुलिस, सीएपीएफ, सेना और असम राइफल्स की संयुक्त टीमों द्वारा 13-14 जून की मध्य रात्रि में घाटी के 5 जिलों के बाहरी इलाकों में तलाशी अभियान चलाया गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में विस्फोटक और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई।’
उन्होंने बताया, ‘151 एसएलआर राइफल, 65 इंसास राइफल, 73 अन्य प्रकार की राइफल, 5 कार्बाइन गन, 2 एमपी-5 गन और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई है। बरामद की गई कुल बंदूकें और राइफलों की संख्या 328 है। ये खुफिया-आधारित ऑपरेशन मणिपुर पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए सामान्य स्थिति बहाल करने, सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों और उनकी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उनके निरंतर प्रयासों में एक बड़ी उपलब्धि है।
गौरतलब है कि मणिपुर में हिंसक गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा मिलना एक बड़ी साजिश को भी उजागर करता था। इन हथियारों से न जाने कितनी तबाही मचती, जिसे सुरक्षाबलों ने अपनी कार्रवाई से रोक दिया। सुरक्षाबलों ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और इस बड़े ऑपरेशन में सफलता पाई।
सुरक्षाबलों की तरफ से मई के आखिर से ही एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें कई टीमें शामिल हैं। इससे पहले इस ऑपरेशन के तहत ही 23 संदिग्ध उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान भी बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए गए थे। सुरक्षाबलों का कहना है कि वह आखिर तक इस तरह की हिंसक गतिविधियों के खिलाफ लड़ते रहेंगे और क्षेत्र में शांति की स्थापना करेंगे। गौरतलब है कि मणिपुर हिंसा हालही में पूरे देश में चर्चा में रही थी।