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प्रयागराज में महाकुंभ मेले के सेक्टर 19-20 में विवेकानंद सेवा समिति वाराणसी के टेंट में खाना बनाते समय आग लग गई, सिलेंडरों में ब्लास्ट होने से 20 से 25 टेंट जल कर राख

प्रयागराज में महाकुंभ मेले के सेक्टर 19-20 में आग लग गई है. बताया जा रहा है कि विवेकानंद सेवा समिति वाराणसी के टेंट में खाना बनाते समय यह आग लगी है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. आग ने और टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे उनमें रखे गैस सिलेंडरों में ब्लास्ट होने लगे और देखते ही देखते 20 से 25 टेंट जल कर राख हो गए.

आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 6 गाड़ियां लगी हुई थीं. पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें आग पर काबू पाने के लिए आसपास के हिस्से को खाली करवा दी थी. आग शास्त्री पुल और रेलवे पुल के बीच के इलाके में लगी है. ये पूरा इलाका महाकुंभ मेला क्षेत्र में आता है.

आग पर इसलिए भी विकराल रूप ले लिया क्योंकि टेंट में रखे सिलेंडर में एक-एक कर ब्लास्ट होने लगे थे. सिलेंडर ब्लास्ट होने की वजह से आग तेजी से फैलने लगी. आग की घटना के बाद पूरे मेला क्षेत्र में अफरा तफरी की स्थिति बन गई है. लोग आग वाले इलाके से सुरक्षित जगह जा रहे हैं.

आग से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं

आग की इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है. सेक्टर 5 में लगी आग धीरे-धीरे बढ़कर सेक्टर 19 और 20 में भी पहुंच गई. तेज हवा होने की वजह से आग तेजी से फैल गई और आसपास के टेंटों को भी अपनी चपेट में ले लिया. जिला प्रशासन ने टीवी9 से बातचीत में बताया है कि आग पर काबू पा लिया गया है. प्रशासन ने अपील की है कि चिंता करने की कोई बात नहीं है. अफवाहों पर भी ध्यान नहीं देने की अपील की गई है. हालांकि, प्रशासन ने यह नहीं बताया कि आखिर आग कैसे लगी और इतनी विकराल रूप कैसे ले ली.

श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए बनाए गए हैं टेंट

मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए टेंट की व्यवस्था भी की गई है. इसके लिए श्रद्धालुओं को भुगतान करना पड़ता है. आग की शुरुआत टेंट से ही हुई. टेंट में रहने-खाने की पूरी व्यवस्था मिलती है. ऐसे में माना जा रहा है कि टेंट में रखे सिलेंडर में ब्लास्ट होने के बाद यह आग लगी. टेंट एक लाइन से लगाए गए हैं और सभी आपस में सटे हुए हैं. ऐसी स्थिति में आग देखते ही देखते कई टेंटों को अपनी चपेट में ले ली है.

आग पर सपा बोली- सब भगवान भरोसे ही है

आग की घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी ने कहा कि मेला क्षेत्र प्रबंधन का जो ढिंढोरा सीएम योगी पीट रहे थे और सबको आमंत्रित कर रहे थे क्या ये वही व्यवस्था है जो आज दिखाई दी है? सच्चाई यह है कि सीएम योगी ने सिर्फ ढिंढोरा पीटा है और सिर्फ भ्रष्टाचार किया है ,बाकी सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ राम भगवान भरोसे ही है.

महाकुंभ में आग की घटना के बाद PM मोदी ने CM योगी से फोन पर की बात, हादसे की ली जानकारी

प्रयागराज में लगे महाकुंभ में आज उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मेला क्षेत्र के सेक्टर 19-20 में लगे टेंट में आग लग गई. देखते ही देखते कुछ ही मिनट में 150 से 200 से टेंट जलकर राख हो गए. राहत की बात रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. आग पर काबू पाने के तुरंत बाद सीएम योगी भी घटनास्थल पर पहुंच गए. दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीएम योगी को फोन कर घटना से जुड़ी जानकारी ली है. सीएम ने आग के बाद एक्शन और अभी के हालात की पूरी जानकारी पीएम से साझा की है. पीएम ने कहा है कि ऐसी घटना दोबारा न हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

आग ऐसे समय में लगी जब सीएम योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में ही मौजूद थे. इसलिए आग पर काबू पाने के ठीक बाद वो घटनास्थल पर पहुंच गए. मुख्यमंत्री ने घटना में घायलों को तुरंत इलाज कराने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि सिलेंडर ब्लास्ट के बाद टेंट में आग लग गई. देखते ही देखते पूरे टेंट को अपनी चपेट में लिया. इसके बाद टेंट में रखे कुछ सिलेंडर में ब्लास्ट भी हुआ जिसके बाद आग ने विकराल रूप ले लिया. आनन-फानन में दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया.

डिप्टी सीएम बोले- पूरे प्रकरण पर गंभीर नजर रखी जा रही

यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ-2025 स्थित सेक्टर 19 (तुलसी मार्ग) में हुए अग्निकांड के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दल घटनास्थल पर मौजूद है और वहां आने वाले साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं की हर संभव मदद की जा रही है. सरकार की ओर से पूरे प्रकरण पर गंभीर नजर भी रखी जा रही है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.

10 हजार एकड़ में फैला है मेला क्षेत्र

महाकुंभ के लिए 10 हजार एकड़ में फैले अस्थायी शहर में एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु और संत हर समय रहते हैं और प्रतिदिन करीब 20 लाख लोग पहुंचते हैं, ऐसे में यहां एकीकृत नियंत्रण कमान केंद्र (ICCC) के जरिए भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए कड़ी नजर रखी जा रही है. हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ और 45 दिनों तक जारी रहेगा. अब तक सात करोड़ से ज़्यादा तीर्थयात्री गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम पर डुबकी लगा चुके हैं.

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