लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में आग पर काबू पाने के बाद अब कारणों की जांच शुरू हो गई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि रात करीब 10 बजे आग अस्पताल के दूसरे फ्लोर पर लगी और उसने थोड़ी दी देर में विकराल रूप ले लिया। अभी तक की जांच में पता चला है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी जिसकी वजह से धुएं और लपटों से पूरा फ्लोर भर गया। मरीजों, तीमारदारों और डॉक्टरों में भगदड़ मच गई।
सीएम योगी ने खुद संभाला मोर्चा
जैसे ही ये खबर मु्ख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंची वो एक्टिव हुए और खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने तुरंत डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को मौके पर भेजा। उससे पहले पूरे लखनऊ का प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच चुका था। सबसे पहले अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को रेस्क्यू करने का काम शुरू किया उन्हें आसपास के अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया। आगजनी के बाद अस्पताल से निकाले गए 200 मरीजों को सिविल, बलरामपुर, केजीएमयू, लोहिया व अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। फौरन फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया गया।
200 मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया
आग की ऊंची उठ रही लपटों को देखकर अस्पताल में मौजूद हर शख्स सुरक्षित जगह तलाशने लगा। जिस दूसरे फ्लोर पर आग लगी वहां पर बच्चों का NICU है। साथ ही इसी फ्लोर पर महिलाओं की युनिट भी। फौरन मरीजों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ। पूरे अस्पताल में करीब 200 मरीज थे, थोड़ी ही देर में सबको बाहर निकाल लिया गया। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। शीशे तोड़ कर सीढ़ियों से फायर फायटर्स ने मरीजों का रेसक्यू किया।
देर रात तक चलता रहा कूलिंग का काम
आग पर काबू पाने के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। SDRF की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी थी, सभी कमरों की तलाशी ली गई। धुंआ इतना ज्यादा था कि फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को ऑक्सीज़न मास्क पहनकर अंदर जाना पड़ा। देर रात तक अस्पताल में कूलिंग का काम चलता रहा। आग के कारणों की गहन जांच जारी है। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है।
अखिलेश ने लगाया आरोप
लखनऊ की मेयर सुषमा खरकवाल ने बताया, “आग पर काबू पा लिया गया है। हमारे सभी मरीज सुरक्षित हैं। उन्हें पास के अस्पतालों में भेज दिया गया है। इस समय सभी सुरक्षित हैं, स्थिति नियंत्रण में है।” इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि सही अस्पतालों का सही से रख रखाव नहीं हो रहा है।