चीन के युन्नान प्रांत के झाओटोंग शहर के लियांगशुई गांव में 22 जनवरी को हुए भूस्खलन में 31 लोगों की जान चली गई. बचाव कार्य जारी है, कई लोग अभी भी लापता हैं। स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. लापता लोगों को ढूंढने के लिए बचाव दल अपने काम में जुटा हुआ है. अब तक 200 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है और उन्हें टेंट और रजाईयां दी जा चुकी हैं. इस घटना में करीब 47 लोग फंसे हुए थे.
यह घटना सोमवार सुबह झाओटोंग शहर के लियांगशुई गांव में हुई, जो इलाके का सबसे ठंडा पहाड़ी इलाका है. यहां कई दिनों तक बर्फ जमी रहती है. बचाव स्थल भी बर्फ की मोटी परत से ढका हुआ है। इस बचाव अभियान में एक हजार से अधिक बचावकर्मी, 45 बचाव कुत्ते और लोडर, उत्खननकर्ता और अन्य वाहनों सहित 120 वाहन तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही लापता लोगों की तलाश के लिए 33 दमकल गाड़ियां और 10 लोडिंग मशीनें भी लगाई गई हैं.
सरकार ने इस मिशन के लिए सेना के सदस्यों को भी तैनात किया है। जेनक्सिओनग काउंटी में सेना के कुल 104 सदस्य तैनात हैं। चीन के आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय ने भूस्खलन के तुरंत बाद आपातकालीन राहत प्रक्रिया को स्तर तीन से स्तर दो तक उन्नत कर दिया।
मंत्रालय ने बचाव दल की मदद के लिए एक टीम भेजी है. चीनी सरकार ने घटना में घायल हुए यूनानी लोगों की मदद करने, उन्हें दूसरे इलाकों में भेजने और उनके क्षतिग्रस्त घरों के पुनर्निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये भेजे हैं. झाओतोंग के प्राकृतिक संसाधन और योजना ब्यूरो के निदेशक वू जुन्याओ ने कहा कि जांच से पता चला है कि भूस्खलन एक खड़ी चट्टान के ढहने के कारण हुआ था। उन्होंने बताया कि चट्टान की चौड़ाई 100 मीटर, लंबाई 60 मीटर और मोटाई 6 मीटर थी.
आपदा के बाद स्थानीय अधिकारी हादसे में घायल हुए लोगों की भी मदद कर रहे हैं और देख रहे हैं कि उन्हें सही समय पर मदद मिले. लगभग 200 टेंट, 400 रजाई, 600 लोगों को कपड़े और 14 आपातकालीन विद्युत सेट दिए गए। साथ ही 213 लोगों को सुरक्षित उनके घर भेजा गया. आपदा के बाद बचाव अधिकारियों ने आपदा से पहले और बाद की तस्वीरों की जांच की ताकि दबे हुए घरों का पता लगाया जा सके.
फायरफाइटर ली शेंगलोंग का कहना है कि प्रबंधन अधिकारियों की ओर से की गई व्यवस्था के कारण रात में बचाव और तलाश में दिक्कत आ रही है. रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं. सोमवार को चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग ने पूरे इलाके में लापता लोगों की तलाश और बचाव के आदेश दिए. जिनपिंग ने कहा कि तुरंत बचाव टीमें गठित की जानी चाहिए, लापता लोगों की तलाश की जानी चाहिए और हताहतों की संख्या कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए.