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डासना जेल में बंद रेप और पॉक्सो एक्ट के विचाराधीन कैदी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली, मृतक के शव से सुसाइड नोट बरामद

गाजियाबाद की डासना जेल में एक कैदी का शव फांसी के फंदे पर लटका मिलने से सनसनी फैल गई. रेप और पोस्को एक्ट के आरोपों में जेल में बंद कैदी ने कारागार के योगा हॉल में बिजली की केबल से फंदा लगाकर आत्महत्या की है. मृतक कैदी 14 दिनों पहले ही हापुड़ जिले के पिलखुवा थाने से जेल में आया था. पुलिस ने आरोपी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.मृतक के परिवार का आरोप है कि छिजारसी पुलिस चौकी इंचार्ज प्रदीप ने मृतक को छोड़ने के लिए पैसों की मांग की थी, लेकिन जब पुलिस को पैसा नहीं दे पाए तो पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था.

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

युवक की मौत होने के बाद पुलिस ने मौके की वीडियोग्राफी कर उसके शव को नीचे उतरवाया. वहीं, बाद मे जेल प्रशासन ने स्थानीय थाने की पुलिस को घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जेल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक को पुलिस ने 12 साल की लड़की को बहला फुसलाकर ले जाते हुए लड़की को साथ में बरामद करते हुए गिरफ्तार किया था. लड़की ने अपने बयानों ने रेप की बात कही थी. इसके बाद पिलखुवा थाने की पुलिस ने 10 सितंबर को उसको संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था.

मृतक के पास से मिला दो पेज का सुसाइड

मृतक शिवम ने सुसाइड करने से पहले दो पेज को एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. शिवम ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था. जिसकी वजह से सुसाइड नोट की लिखावट साफ नहीं है. सुसाइड नोट में शिवम ने लड़की के मां बाप पर जेल भिजवाने का आरोप लगाया है. अपने सुसाइड नोट में शिवम ने लड़की के मां-बाप को सास ससुर लिखकर संबोधित किया है. सुसाइड में लिखा है कि मेरे ऊपर लड़की मुकदमा दर्ज करवाने को तैयार नहीं थी, लेकिन होने वाली सास ने जबरन मुझे फंसाने वाले बयान दिलवाए थे. जिनकी वजह से वह जेल में है.

परिजन ने चौकी चार्ज पर लगाए गंभीर आरोप

सुसाइड नोट के आखिर में शिवम ने लड़की से माफी भी मांगी है. जेल प्रशासन ने युवक के आत्महत्या की जानकारी मृतक के परिजन को दी. जिसके बाद परिवार वाले जेल पहुंच गए. मृतक के चाचा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की देर रात 12:30 पर उन्हें जानकारी मिली की शिवम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि छिजारसी पुलिस चौकी इंचार्ज प्रदीप ने षड्यंत्र रचकर शिवम को जेल भेजा है. प्रदीप ने केस खत्म करने के नाम पर लाखों रुपए की मांग की थी, लेकिन जब वह चौकी चार्ज की डिमांड पूरी नहीं कर पाए तो उसने शिवम को जेल भेज दिया.

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