शराब पीने के बाद अराजक होकर शहर के अंदर गाड़ियां दौड़ाने वाले रईसजादों ने रविवार देर रात एक सींचपाल को रौंद डाला। सींचपाल की गलती केवल इतनी थी कि उन्होंने एक वाहन को टक्कर मारकर भाग रही कार को आगे आकर रोकने की कोशिश की, लेकिन कार चला रहे युवकों ने उन्हें रौंद डाला।
करीब 50 मीटर तक शव गाड़ी में घिसटता चला गया।
हादसे के बाद पुलिस ने गाड़ी नंबर के आधार पर आरोपित के घर छापा मारा, मगर वह फरार हो गया। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
कार पर लिखा था उत्तर प्रदेश सरकार
घटना का एक वीडियो वायरल है, जिसमें कार पर बड़े-बड़े अक्षरों में उत्तर प्रदेश सरकार लिखा हुआ है। इस घटना के बाद पुलिस के अभियान पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर यह भी सामने आया है कि संबंधित गाड़ी का दो हजार रुपये का चालान भी लंबे समय से नहीं जमा किया गया।
घटना का वीडियो हुआ वायरल
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह दिल दहलाने वाली घटना रात करीब नौ बजे की है। रैना मार्केट के पास हुंडई वेन्यू कार (यूपी 78जीजेड1898) ने एक वाहन को टक्कर मार दी। इस घटना का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें दिखाई दे रहा है कि एक युवक चालक की ओर कार के बगल से गाड़ी रोकने की कोशिश कर रहा है। इसी बीच सामने से एक अन्य व्यक्ति गाड़ी रोकने का प्रयास करते दिखे। इसी दौरान कार चालक ने अचानक गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी। ऐसे में कार के सामने खड़ा व्यक्ति गाड़ी की चपेट में आ गया। वह कार में घिसटते हुए करीब 50 मीटर तक चला गया। भीषण हादसे में घायल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
कार को रोकने की कोशिश कर रहे थे भोला तिवारी
डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि घायल व्यक्ति की शिनाख्त ग्वालटोली एफएम कालोनी निवासी 48 वर्षीय रविंद्र उर्फ भोला तिवारी के रूप में हुई है। रविंद्र तिवारी सिंचाई विभाग में सींचपाल के पद पर कार्यरत हैं और उन्होंने वकालत की पढ़ाई भी की है। बताया यह भी जा रहा है कि भोला तिवारी देर रात घर लौट रहे थे तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें ही पीछे से टक्कर मार थी, जिसके बाद वह गाड़ी को रोकने की कोशिश कर रहे थे।
वर्तमान में वह नवाबगंज में रहते हैं, जबकि उनका एफएम कालोनी में भी घर है। घटना के बाद कोहना पुलिस ने पत्नी मंजू तिवारी को सूचना देकर रविंद्र को एलएलआर अस्पताल लाई, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डीसीपी ने बताया कि कार नंबर के आधार पर सामने आया है कि कार शुभम विमल की है। कार चालक के पते पर छापा मारा गया, मगर वह नहीं मिला। कार में तीन से चार अन्य युवक भी सवार बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने जेल भेजे आरोपित
पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध 3/7 व पेट्रोलियम एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार आरोपितों को जेल भेज दिया। जबकि फरार आरोपितों की गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही है। पूर्ति विभाग की टीम ने बताया कि मिलावटी डीजल-पेट्रोल बेचने की शिकायत मिली थी। पुलिस के साथ दबिश देकर यह कार्रवाई की गई।
किसानों को बेचा जाता था मिलावटी पेट्रोल-डीजल
बगरैन में छापामारी कर 1350 लीटर मिलावटी पेट्रोल – डीजल बरामद कर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों ने इस गौरखधंधे का राजफाश करते हुए बताया कि वह पंप पर सप्लाई करने वाले ट्रक चालकों से कम कीमत पर पेट्रोल-डीजल खरीदते और बाद में नैफता साल्वेंट आदि मिलाकर मिलावटी पेट्रोल- डीजल को कम दाम पर किसानों को बेचते थे। वह काफी समय से इस धंधे को कर रहे थे। इससे उनको भारी मुनाफा होता। अब जाकर पकड़े गए।