जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले के बाद हर कोई सकते में है. दहशतगर्दों की इस कायराना हरकत ने 9 जिंदगियों को निगल लिया है. इस बीच, जांच के दौरान सुरक्षाबलों को अहम लीड मिली है. वहीं, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अस्पतालों का दौरा कर घायलों से मुलाकात की. साथ ही साथ सुरक्षा स्थिति जानने के लिए हाई लेवल मीटिंग बुलाई और अधिकारियों से अपडेट्स लिए.
रियासी में रविवार को तीर्थ यात्रियों पर आतंकवादियों ने ओपन फायरिंग की थी. बस शिव खोरी मंदिर से कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी. एक गोली ड्राइवर को लगी थी, जिसके बाद बस अनियंत्रित होकर 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी. इस घटना में 9 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. सभी घायलों को जम्मू और रियासी के अस्पतालों में शिफ्ट किया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है. मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं.
सुरक्षा बलों को मिले नए सुराग
इस हमले के तार पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ रहे हैं. आतंकियों को खोजने के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उधमपुर-रियासी रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक रईस मोहम्मद भट का कहना है कि उन्हें कुछ सुराग मिले हैं. पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की 11 टीमें आतंकवादियों के खात्मे के लिए दो अलग-अलग तरह से संयुक्त रूप से काम कर रही हैं. हमले में घायल हुए लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं.
हमले की जांच कर रही है NIA
घायल तीर्थ यात्रियों के बयानों के आधार पर अधिकारियों का कहना है उन्होंने मौके पर मौजूद चौथे व्यक्ति की संभावना से इनकार नहीं किया है. दरअसल, घायलों का कहना है कि घटनास्थल चौथा शख्स भी था, जो आतंकियों की मदद कर रहा था. आतंकवादियों के निशाने पर आने वाली बस उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से तीर्थ यात्रियों को लेकर जा रही थी. इस हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई है. साथ ही साथ पुलिस, सेना व केंद्रीय खुफिया एजेंसियां संयुक्त अभियान चलाकर आतंकियों को खोजने में लगी हुई हैं. अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है.