UP Crime: नोएडा के सेक्टर-63 थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में शीतला ओयो होटल में चल रहे अवैध देह व्यापार का खुलासा पुलिस ने किया है. पुलिस ने मौके से सात लोगों को गिरफ्तार किया.
इनके पास से 11 मोबाइल, 12,110 रुपए नगद और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई हैं. आरोपी बिहार से सीधी-साधी नाबालिग लड़कियों को एनसीआर में नौकरी दिलवाने के बहाने नोएडा लाते हैं. उनसे जबरन यहां पर देह व्यापार करवाते हैं. इस घटना में शामिल तीन लोग अभी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पुलिस ने मौके से 7 महिलाओं को भी मुक्त कराया है.
पुलिस के मुताबिक एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के प्रभारी निरीक्षक राजीव बालियान को बुधवार की रात सूचना मिली थी कि ओयो होटल शीतला में वेश्यावृत्ति का धंधा चल रहा है. इस होटल को फरमान और उसका भाई फैयाज चला रहे हैं. आरोपी बिहार से नाबालिग लड़कियों को नौकरी दिलवाने के बहाने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लाते हैं. उनसे जबरन देह व्यापार करवाते हैं.
सूचना पर सहायक पुलिस आयुक्त दीक्षा सिंह, सेक्टर-63 पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने होटल पर छापेमारी की. वहां से पुलिस ने अजहरुद्दीन उर्फ राजू, अख्तर मोहम्मद, सुमित कुमार, धर्मेंद्र कुमार, मोहम्मद फैयाज, फरमान, मरगूम आलम को गिरफ्तार किया. होटल के भवन मालिक सुरेंद्र यादव और होटल संचालकों को लड़कियां सप्लाई करने वाली रुखसाना और रहमान उर्फ बल्लू भाई फरार है.
जांच के दौरान पता चला कि होटल की बिल्डिंग सुरेंद्र यादव नामक व्यक्ति की है, जिसे आरोपी किराए पर लेकर यहां अनैतिक देह व्यापार का कारोबार कर रहे हैं. मौके से 7 में से चार नाबालिग लड़कियों को भी रेस्क्यू किया गया है, जिनकी उम्र 16 से 17 वर्ष के बीच है. लड़कियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें बिहार से नौकरी दिलाने का लालच देकर नोएडा लाया गया था. उनसे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था.
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी ग्राहकों से एक से दो हजार रुपए तक वसूलते थे. आरोपी अवैध धंधे से बरामद रकम को आपस में बराबर बांट लेते थे. जब भी लड़कियां या महिलाएं विरोध करती थी तो उन्हें डराया-धमकाया जाता था. पुलिस को कई कमरों में कई जोड़े आपत्तिजनक अवस्था में मिले. पुलिस को मौके से एक डायरी भी मिली है, जिसमें ग्राहकों की सूची है. पुलिस आरोपियों के मोबाइल के आधार पर भी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि गैंग में और कितने लोग शामिल हैं.
मानव तस्करी करने वाले गिरोह सक्रिय
क्राइम ब्रांच के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में मानव तस्करी करने वाले पचास से अधिक गिरोह सक्रिय हैं। जो गांवों में रहने वाली बच्चियों को बड़े सपने दिखाकर उनको देह व्यापार में धकेल देते हैं। पुलिस की टीम इन गिरोह पर नजर रखती है और कार्रवाई करती है।
नौकरी के लिए बुलाया और धंधे में धकेला
बहलोलपुर गांव स्थित होटल से देह व्यापार से मुक्त कराई गईं किशोरियों और महिलाओं को नौकरी दिलाने के बहाने दिल्ली बुलाया गया था। आरोपियों ने उनको नौकरी तो दिलाई नहीं, बल्कि देह व्यापार में धकेल दिया। आरोपियों ने सोशल मीडिया के जरिये पीड़ितों से संपर्क किया था। पुलिस के अनुसार, बिहार के कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी और पश्चिम बंगाल निवासी चार किशोरियों ने पूछताछ में बताया कि उनको नौकरी की तलाश थी। इसी दौरान वे सोशल मीडिया के जरिये रुखसाना के संपर्क में आईं। रुखसाना ने उनको दिल्ली और नोएडा की कंपनियों में नौकरी दिलाने की बात कही। उसने उनके परिजनों को भी नौकरी दिलाने का भरोसा दिया। रुखसाना मूल रूप से कटिहार की रहने वाली है। उसने किशोरियों का फरमान, फैयाज और रहमान से संपर्क कराया।
इसके बाद आरोपी किशोरियों को दिल्ली लेकर आए और उनसे जबरन देह व्यापार कराने लगे। उन्होंने विरोध किया तो उनसे मारपीट की गई। किशोरियों ने पूछताछ में पुलिस को बतया कि गिरोह में शामिल आरोपी नाबालिग किशोरियों से जबरन देह व्यापार कराते थे। वे ग्राहकों से एक से दो हजार तक लेते थे और किशोरियों को महज 300 रुपये देते थे। जब कोई किशोरी विरोध करती तो आरोपी उसके साथ मारपीट करते थे। किशोरियों को सीडब्लूसी ने अपनी सुरक्षा में ले लिया है। पुलिस की टीमें बरामद किशोरियों के परिजनों से संपर्क करने में जुटी हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपियों के फोन की डिटेल के आधार पर उनके साथियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
वॉट्सऐप के जरिये फंसाया
होटल से मुक्त कराई गई पीलीभीत निवासी महिला ने बताया कि उसके पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद परिवार की जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई। उसको नौकरी की तलाश थी। इस दौरान वह वॉट्सऐप के जरिये रहमान और रुखसाना से संपर्क में आई। दोनों ने उनको दिल्ली-एनसीआर घरेलू सहायिका की नौकरी दिलाने की बात कही। आरोपियों के कहने पर वह दिल्ली आई तो उनको डरा-धमकाकर जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया। उसने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई।
गांवों तक एजेंट छोड़ रखे
क्राइम ब्रांच के मुताबिक तस्करों ने बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड और नेपाल में जाल फैलाया हुआ है। इन राज्यों में तस्करों ने पांच से छह गांवों में एक एजेंट छोड़ रखा है, जो गरीब परिजनों को उनके बच्चों और बच्चियों को दिल्ली में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देता है। जो इस जाल में फंस जाता है, उसे वह दिल्ली ले आते हैं। यहां उसकी नौकरी प्लेसमेंट एजेंसी, पब, होटल या बार में लगवा दी जाती है, जबकि किशोरी या युवती को देह व्यापार से जुड़े लोगों को बेच दिया जाता है।