भारत समेत पूरी दुनिया में ‘अर्थ ऑवर डे’ मनाया गया. भारत में भी इस डे को पूरे जोर शोर से सेलिब्रेट किया गया. इस दौरान पूरे देश में एक घंटे के लिए बत्ती गुल रही.
इंडिया गेट से लेकर हावड़ा ब्रिज तक देश के कई हिस्सों में अंधेरा छाया रहा. अर्थ आवर के दौरान भारत समेत पूरे विश्व में 8.30 से 9.30 तक बिजली बंद रखी गई.
बता दें कि ‘अर्थ आवर डे’ को मनाने का मकसद बिजली की खपत को बचाना और लोगों को नेचर व क्लाइमेट चेंज (जलवायु परिवर्तन) के प्रति जागरूक करना है. इसकी शुरुआत सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया से 2007 में हुई थी.
‘अर्थ आवर डे’ क्यों मनाया जाता है?
बता दें कि हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को ‘अर्थ आवर डे’ सेलिब्रेट किया जाता है. इस बार यह तारीख 23 मार्च को पड़ी है. पिछले साल 25 मार्च को ‘अर्थ आवर डे’ मनाया गया था. इस डे को मनाने का मकसद बिजली की खपत को बचाना और लोगों को नेचर व क्लाइमेट चेंज (जलवायु परिवर्तन) के प्रति जागरूक करना है.
2007 में हुई इसकी शुरुआत
सकी शुरुआत सबसे पहले 2007 में हुई. पहली बार ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में ‘अर्थ आवर डे’ मनाया गया. हर साल करोड़ों की संख्या में लोग इसमें भाग लेते हैं और एक घंटे के लिए बिजली की सप्लाई रोक देते हैं. दुनिया भर के 172 से अधिक देशों में ‘अर्थ आवर डे’ को मनाया जाता है.