गुवाहाटी: पूर्वोत्तर के राज्य असम में विपक्षी एकता को एक बड़ा झटका लगा है। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने गुरुवार को 4 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया। राज्य में अन्य गैर-भाजपा दल पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर चुके हैं। तृणमूल कांग्रेस ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कोकराझार (ST), बारपेटा, लखीमपुर और सिलचर (SC) सीट के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की। पार्टी ने कोकराझार में गौरी शंकर सरानिया, बारपेटा में अबुल कलाम आजाद, लखीमपुर में घाना कांता चुटिया और सिलचर में राधाश्याम विश्वास को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है।
बारपेटा में CPM ने भी उतारा उम्मीदवार
तृणमूल कांग्रेस यूनाइटेड अपोजिशन फोरम असम (UOFA) का हिस्सा है। यह 16 पार्टियों का गठबंधन है। कांग्रेस ने मंगलवार को असम की 14 लोकसभा सीट में से 12 पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी। कांग्रेस ने ‘I.N.D.I.A.’ गठबंधन की सहयोगी असम जातीय परिषद (AJP) को डिब्रूगढ़ सीट की पेशकश की है, जबकि लखीमपुर निर्वाचन क्षेत्र पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने बुधवार को घोषणा की कि उसके विधायक मनोरंजन तालुकदार बारपेटा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट के लिए कांग्रेस पहले ही अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर चुकी है।
2019 में बीजेपी ने जीती थीं 14 में से 9 सीटें
2019 के लोकसभा चुनावों में असम की 14 सीटों में से बीजेपी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 3 सीटें आई थीं। एक सीट पर AIUDF ने कब्जा किया था, जबकि एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी। बीजेपी जहां इस बार असम में अपना प्रदर्शन बेहतर करना चाहेगी, वहीं कांग्रेस भी पिछली बार के मुकाबले ज्यादा सीटें जीतने की पूरी कोशिश करेगी। हालांकि विपक्षी एकता को झटका लगने के बाद कांग्रेस अपने मकसद में किस हद तक कामयाब होती है, यह देखने वाली बात होगी।