मध्य प्रदेश के उज्जैन में बनाई गई महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ संस्कृति विभाग की विक्रमादित्य वैदिक घड़ी ऐप की लॉन्चिंग फिलहाल टल गई है. इसके पीछे की वजह साइबर अटैक है. इस वैदिक घड़ी के ऐप की महाशिवरात्रि के दिन लॉन्चिंग की जानी थी लेकिन, इस साइबर अटैक के बाद यह काम सीधे एक महीने पीछे चला गया है. अंदाजा है कि अब गुड़ी पाडवा के दिन ऐप की लॉन्चिंग हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में लगाई गई वैदिक घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने समय के साथ वैदिक पांचांग दिखाने वाली इस घड़ी की जमकर तारीफ भी की थी. लेकिन, गुरुवार रात इस वैदिक घड़ी के सर्वर पर ऐसा अटैक हुआ कि सब सकते में आ गए. वेबसाइट पर साइबर अटैक हुआ जिसके बाद वेबसाइट को नए यूजर्स एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं.
विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि वैदिक घड़ी के सर्वर पर सायबर अटैक हुआ है जिसकी वजह से वेबसाइट के अंदर का डेटा धीरे-धीरे गायब हो गया. अभी वेबसाइट खुल रही है लेकिन, इसके अंदर का डेटा पूरी तरह से गायब है. उन्होंने बताया कि यह अटैक लोकल सर्वर पर हुआ था इसलिए सर्वर के डेटा को ज्यादा नुकसान नहीं हुई है. वहीं उन्होंने इस पर जोर दिया कि वैदिक घड़ी पूरी तरह से सुरक्षित है.
श्रीराम तिवारी ने बताया कि उनकी टीम वैदिक घड़ी के डेटा बचाने में सफल रही है. वहीं इस पूरे मामले की शिकायत नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर कर दी गई है. बता दें कि इस वैदिक घड़ी की लॉन्चिंग महाशिवरात्रि पर शेड्यूल थी. लेकिन, इस साइबर अटैक के बाद फिलहाल लॉन्चिंग को रोक दिया गया है. इस पूरे मामले में वैदिक घड़ी को बनाने वाले आरोह श्रीवास्तव ने कहा कि सायबर अटैक दो वजहों से किया जा सकता है पहला नाम खराब करने के लिए दूसरा कॉम्पटीशन के लिए. जिसने अटैक किया था उसने पहले लाखों बॉट्स छोड़े थे जिसकी वजह से सर्वर स्लो हो गया था. उन्होंने कहा कि नए यूजर फिलहाल डिस्प्ले नहीं देख पा रहे हैं.