महाराष्ट्र की लोकसभा सीटों को लेकर एनडीए गठबंधन के नेताओं की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर ढाई घंटे से अधिक बैठक चली है. देर रात तक सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन किया गया है. बैठक में सीट दर सीट बात की गई है और जिताऊ उम्मीदवार और कंपोजिशन के आधार पर टिकट देने पर जोर दिया गया. इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस और अजित पवार मौजूद रहे.
बीजेपी मुंबई में ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहती है चुनाव
सूत्रों के अनुसार, शिवसेना और बीजेपी के बीच तीन से चार सीटों की अदला-बदली की भी संभावना है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सीटों में भी कुछ बदलाव हो सकता है. शिवसेना मुंबई में बीजेपी के लिए कुछ सीटें छोड़ सकती है. भगवा पार्टी मुंबई में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि ठाणे-कल्याण की सीटों पर शिवसेना के चुनाव लड़ने पर जोर रहा है. विनेबलिटी के आधार पर उम्मीदवारों को टिकट देने के फॉर्मूले पर बातचीत की गई.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी की तरफ से शिवसेना को कुछ उम्मीदवारों को बदलने का सुझाव दिया गया. बीजेपी नेता शिवसेना के कुछ उम्मीदवारों की जीत को लेकर आशंकित हैं. बैठक की शुरुआत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तरफ से शिवसेना के लोकसभा उम्मीदवारों पर चर्चा शुरू की गई. बाद में एनसीपी के तरफ से अजित पवार ने अपने लोकसभा उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की.
अब आपको 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान हुए सीट बंटवारे का आंकड़ा बता देते हैं. 2019 में बीजेपी और शिवसेना के ही बीच गठबंधन था और बीजेपी ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें 23 सीटें जीती थीं. वहीं, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 18 सीटें जीती थीं.
सीटों के बंटवारे को लेकर आज होगी MVA की बैठक
उधर, लोकसभा चुनाव की सीटों के बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की आज बैठक होने वाली है, लेकिन उससे पहले ही गठबंधन में आपसी मतभेद उभर आए. महा विकास अघाड़ी के सीट बंटवारे पर वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश अंबेडकर के बयान ने गठबंधन की एकता पर ही सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को बचाने की जिम्मेदारी सिर्फ उनकी पार्टी की नहीं है. ये जिम्मेदारी सभी सहयोगी दलों की है. प्रकाश का दावा है कि कांग्रेस, एनसीपी और उद्धव गुट के बीच करीब 15 सीटों पर तालमेल नहीं है. वहीं, शिवसेना उद्धव गुट का दावा है कि अगले 2-3 दिन में सीटों को लेकर फाइनल राय जनता के सामने रख दी जाएगी.