IUML On Ramzan: इंडियन मुस्लिम यूनियन लीग (आईयूएमएल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएम कादर मोहिदीन की ओर से तमिलनाडु सरकार से मस्जिदों में रमजान के दौरान हर रोज परोसे जाने वाले गर्म दलिया नुमा व्यंजन ‘नॉनबू कांजी’ बनाने को चावल जारी करने की मंजूरी देने का आग्रह किया है. संगठन का कहना है कि इस कदम से इस्लामी माह के उपवास की तैयारियों में बड़ी मदद मिल सकेगी.
मोहिदीन ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “हर साल, राज्य सरकार की ओर से मस्जिदों को चावल वितरित किया जाता है. रमजान के दौरान उपवास (‘इफ्तार’) तोड़ने के लिए मस्जिद कॉम्प्लेक्स में रोजदारों के लिए ‘कांजी’ तैयार की जाती है. हालांकि, वर्तमान समय (2024) में इसको लेकर अभी को कोई सूचना नहीं मिली है, जबकि रमजान का पाक महीना जल्द ही शुरू होने जा रहा है.
मार्च की शुरुआत में माह-ए-रमजान पड़ने की संभावना
आईयूएमएल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहिदीन ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री आर सक्करापानी से इस मामले में तेजी लाने का आग्रह किया है. रमजान का ऐलान नए चांद के दीदार होने के साथ ही हो जाता है. इस साल मार्च की शुरुआत में इसके पड़ने की संभावना है.
इस्लाम धर्म के लोगों के लिए पवित्र और खास महीना रमजान
मुस्लिम समुदाय के बीच रमजान माह को लेकर ऐसी मान्यता है कि इसी पाक महीने में मोहम्मद साहब को इस्लाम धर्म की पवित्र धार्मिक किताब कुरान शरीफ का ज्ञान प्राप्त हुआ था. रमजान इस्लाम धर्म के लोगों के लिए पवित्र और खास महीना होता है, जोकि इस्लामिक कैलेंडर का 9वां महीना है.
रमजान के पाक महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे एक महीने तक सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक रोजा (उपवास) रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं. साथ ही माह-ए-रमजान के इस पाक महीने में लोग धर्म-कर्म यानी जकात से जुड़ा काम भी करते हैं.