MP:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मध्य प्रदेश के झाबुआ पहुंचे, जहां उन्होंने 7,550 करोड़ रुपये के विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बाद आदिवासी महाकुंभ में भी हिस्सा लिया, जिसमें लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं सेवक के तौर पर यहां आया हूं.
पीएम मोदी ने इस दौरे के जरिये झाबुआ की सीमा से लगे राजस्थान और गुजरात के आदिवासियों को भी साधने का प्रयास किया.
पीएम मोदी ने इस दौरान रोड शो भी किया, जहां वह खुली जीप में सवार होकर सभा स्थल पर पहुंचे. लोगों ने इस दौरान मोदी-मोदी के नारे लगाकार और फूल बरसाकर पीएम मोदी का स्वागत किया. मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी पीएम मोदी के साथ जीप में नजर आए. इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘लूट और फूट कांग्रेस के लिए ऑक्सीजन.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘झाबुआ जितना मध्य प्रदेश से जुड़ा है उतना ही गुजरात से भी जुड़ा है…झाबुआ और इस पूरे इलाके की गुजरात से केवल सीमा ही नहीं लगती बल्कि दोनों तरफ के लोगों के दिल भी मजबूती से जुड़े हुए हैं… गुजरात में रहते हुए मुझे यहां के जनजीवन से, यहां की परंपराओं से करीब से जुड़ने का अवसर मिला…’
PM मोदी ने आगे कहा कि ‘कुछ देर पहले मैंने झाबुआ, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, धार, अलीराजपुर समेत पूरे MP के लिए हजारों करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण भी किया है. एक साथ विकास के इतने सारे काम ये बता रहे हैं, मध्य प्रदेश में नई बनी डबल इंजन की सरकार डबल तेजी से काम कर रही है. विकास के इस महाअभियान का श्रेय मध्य प्रदेश की जनता को जाता है. मैं आप सबको इसके लिए बधाई देता हूं.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘मध्य प्रदेश में विधानसभा के नतीजों से आप पहले ही बता चुके हैं कि लोकसभा के लिए आपका मूड क्या रहने वाला है…इसलिए इस बार विपक्ष के बड़े-बड़े नेता पहले से ही कहने लगे हैं- 2024 में 400 पार, फिर एक बार मोदी सरकार…’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि ‘यहां आपके बीच आने से पहले मैंने देखा कि मेरी इस यात्रा को लेकर खूब चर्चाएं भी हो रही हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि मोदी मध्य प्रदेश में झाबुआ से लोकसभा की लड़ाई का आगाज करेगा. मैं बताना चाहता हूं कि मोदी लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए नहीं आया है. मोदी तो सेवक के तौर पर ईश्वर रूपी MP की जनता-जनार्दन का आभार करने आया है.’
उन्होंने आगे कहा ‘बीते वर्षों में मध्य प्रदेश ने दो अलग-अलग दौर देखे हैं- एक डबल इंजन सरकार का दौर और दूसरा कांग्रेस के जमाने का काला दौर! कम उम्र के युवाओं को शायद याद भी नहीं होगा, आज विकास के रास्ते पर तेजी से दौड़ रहा मध्य प्रदेश भाजपा सरकार से पहले देश के सबसे बीमारू राज्यों में गिना जाता था. मध्य प्रदेश को बीमारू बनाने के पीछे सबसे बड़ी वजह थी. गांव, गरीब और आदिवासी इलाकों को लेकर कांग्रेस का नफरत भरा रवैया! इन लोगों ने न कभी आदिवासी समाज के विकास की चिंता की न उसके सम्मान के बारे में सोचा. इनके लिए तो जनजातीय लोगों का मतलब केवल कुछ वोट होता था. इन्हें गांव, गरीब, पिछड़ा की याद तब आती थी, जब चुनाव की घोषणा होती थी.’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि ‘हमारे लिए जनजातीय समाज वोट बैंक नहीं, देश का गौरव है. आपका सम्मान भी और आपका विकास भी… ये मोदी की गारंटी है. आपके सपने, आपके बच्चों के सपने, नौजवानों के सपने… ये मोदी का संकल्प है. कांग्रेस ने इतने वर्षों में 100 ही एकलव्य स्कूल खोले थे, जबकि भाजपा की सरकार ने अपने 10 साल में ही इससे चार गुना ज्यादा एकलव्य स्कूल खोल दिए हैं. एक भी आदिवासी बच्चा शिक्षा के अभाव में पीछे रह जाए, ये मोदी को मंजूर नहीं है.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘आज जो सबसे वंचित है, सबसे पिछड़ा है, हमारी सरकार में वो सबसे पहली प्राथमिकता है. सबसे पिछड़े जनजातीय समूहों के लिए हमने पीएम-जनमन योजना शुरू की. जो जनजातीय समाज अब तक विकास की मुख्य धारा से कटा हुआ था, जनमन योजना के तहत उनका तेज विकास शुरू किया गया है. इसका लाभ यहां इस क्षेत्र की बैरा, भारिया और सहरिया जैसे जनजातीय समूहों को होगा.’