थाईलैंड के बैंकॉक से एक बेहद दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां लुफ्थांसा एयरलाइन्स की फ्लाइट में बैठा एक शख्स अचानक जोर-जोर से खांसने लगा. उसने पास पड़े वोमिट बैग को उठाया और उसमे उल्टी करने लगा. उसकी हालत को देखते ही फ्लाइट स्टाफ मदद के लिए पहुंचा. कैप्टन को इसकी सूचना दी गई. इमरजेंसी को भांपते हुए कैप्टन के फ्लाइट को वापस थाईलैंड की तरफ मोड़ दिया ताकि शख्स की जान बचाई जा सके. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. शख्स की फ्लाइट में ही मौत हो गई.
डेली मेल की खबर के मुताबिक, चश्मदीदों ने बताया कि यह एक बेहद डरावना हादसा था. शख्स के नाक और मुंह से लीटर के हिसाब से काफी ज्यादा खून बहा. उसे पहले सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. इसलिए वो तेज-तेज सांस लेने की कोशिश करने लगा था. फिर अचानक से उसे उल्टी हुई और इससे उसकी मौत हो गई. पूरी फ्लाइट में उस शख्स की सीट के पास खून ही खून नजर आ रहा था.
हादसा शुक्रवार अल सुबह का है. जर्मनी का रहने वाला 63 वर्षीय एक शख्स अपनी फिलीपीन्स निवासी बीवी के साथ बैंकॉक से गुरुवार रात 11 बजकर 52 मिनट पर फ्लाइट पर चढ़ा. दंपति को म्यूनिख तक जाना था. लेकिन फ्लाइट में बैठते ही अचानक से वह शख्स जोर-जोर से खांसने लगा. उसका चेहरा पूरा पसीने से तरबतर हो रखा था. फ्लाइट सवार यात्री पहले उसकी मदद के लिए पास आए. उन्होंने उसे कैमोमाइल चाय दी और उसकी नब्ज को चेक किया.
मुंह और नाक से निकला खून का फव्वारा
लेकिन जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, उनका स्वास्थ्य तेजी से गिरता गया. तभी उसके मुंह और नाक से खून का फव्वारा निकला. शख्स ने वोमिट बैग लिया और उसमें उल्टी करने लगा. कुछ ही सेकंड में वोमिट बैग उल्टी से भर गया लेकिन शख्स के मुंह और नाक से लगातार खून बहे जा रहा था. सारा खून एयरबस ए380 विमान की दीवारों पर भी बिखरने लगा. तब तक क्रू मेंबर्स भी वहां शख्स की मदद के लिए आ पहुंचे. उन्होंने शख्स को फर्स्ट एड फैसिलिटी देना शुरू किया. कैप्टन को इस बात की जानकारी दी गई कि शख्स को तुरंत अस्पताल पहुंचाना बेहद जरूरी है. कैप्टन ने इसके लिए फ्लाइट में अनाउंस किया कि फ्लाइट को इमरजेंसी होने के कारण वापस बैंकॉक ले जाना पड़ रहा है. लेकिन आधे घंटे बाद ही शख्स की मौत हो गई.
फ्लाइट के बैंकॉक में लैंड करते ही सभी यात्रियों को उतार दिया गया. फिर उन्हें दूसरी फ्लाइट्स के जरिए अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना किया गया. क्योंकि इस घटना के बाद इस फ्लाइट को रद्द कर दिया गया. वहीं, यात्रियों ने कहा कि कहीं न कहीं इसमें फ्लाइट स्टाफ की लापरवाही है. जब शख्स फ्लाइट में बैठते ही खांसने लगा था, तभी उन्हें उसे मेडिकल फैसिलिटी दे देनी चाहिए थे. इससे उसकी जान बच जाती. लेकिन फ्लाइट वालों ने इसे नजरअंदाज करते हुए फ्लाइट को रवाना कर दिया.
यात्रियों को दिया गया 860 रुपये का मुआवजा
यात्रियों ने ये भी आरोप लगाया कि उन लोगों को जो असुविधा हुई उसके लिए सिर्फ 860 रुपये के वाउचर दिए गए और दो घंटे तक उन लोगों को किसी ने भी नहीं पूछा. वे बस एयरपोर्ट पर बैठे रहे. हालांकि, बाद में उन्हें दूसरी फ्लाइट्स के जरिए अपने-अपने गंतव्यों के लिए भेज दिया गया.
उधर, घटना के वक्त फ्लाइट सवार एक यात्री मार्टिन मिसफेल्डर (53) ने बताया कि मैं ज्यूरिख की रहने वाली हूं. मैं उस पैसेंजर के साथ वाली सीट पर बैठी थी. वो घटना बेहद दिल दहला देने वाली थी. क्योंकि शख्स के मुंह से लीटर के हिसाब से इतना खून निकल गया था कि हमें पहले ही पता लग गया था उसकी जान शायद ही बच पाए. इतना खून देख फ्लाइट में चीख-पुकार तक मच गई थी. पहले ही एहतियात बरत ली गई होती तो आज वो शख्स शायद जिंदा होता.