उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कांशीराम नगर कॉलोनी स्थित गौतम बुद्ध पार्क इस समय प्रदेश में राजनीतिक सुर्खियों में आ गया है, वजह है पार्क में निर्माण को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती का विरोध. नगर निगम द्वारा कथित अवैध निर्माण के खिलाफ अखिल भारतीय अंबेडकर युवक संघ ने बेमियादी धरना शुरू कर दिया है.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मेयर विनोद अग्रवाल और कुछ नगर निगम अधिकारियों ने पार्क के ग्रीन एरिया को नष्ट कर सीनियर सिटिजन केयर सेंटर और अन्य निर्माण कार्य शुरू किए हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है. इस मुद्दे ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है, जिसमें बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी योगी सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.
गौतम बुद्ध पार्क में अवैध निर्माण का विवाद
कांशीराम नगर में स्थित गौतम बुद्ध पार्क शहर का एक प्रमुख और लोकप्रिय पार्क है, जो बौद्ध धर्म, डॉ. भीमराव अंबेडकर, कांशीराम और बहुजन समाज के अनुयायियों की आस्था का केंद्र है.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नगर निगम ने पार्क के 28 बीघा ग्रीन एरिया में से करीब 10 बीघा हिस्से पर पहले ही अपशिष्ट प्रबंधन शिक्षा केंद्र बनाकर हरियाली को नष्ट कर दिया है. अब बचे हुए क्षेत्र में सीनियर सिटिजन केयर सेंटर का निर्माण शुरू किया गया है, जिसमें पेड़ों को काटने और पार्क की बाउंड्री पर खोखे व चार्जिंग स्टेशन लगाने जैसे कार्य शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया कि चार्जिंग स्टेशन का संचालन कौन करेगा ? नगर निगम या कोई निजी व्यक्ति? उनका आरोप है कि मेयर ने कंपनी बाग में अपनी पत्नी की मूर्ति स्थापित की, लेकिन सीनियर सिटिजन केयर सेंटर के लिए गौतम बुद्ध पार्क को ही क्यों चुना गया?
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन
अखिल भारतीय अंबेडकर युवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर प्रसाद मौर्य ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया है कि सार्वजनिक पार्कों में मंदिर, मस्जिद, चर्च या अन्य निर्माण कार्य नहीं किए जा सकते. इसके बावजूद, नगर निगम ने गौतम बुद्ध पार्क के मूल स्वरूप को बदलने की कोशिश की है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निर्माण कार्य नहीं रोका गया, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा.
बसपा सुप्रीमो मायावती की प्रतिक्रिया
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “मुरादाबाद का गौतम बुद्ध पार्क बौद्ध धर्म और बहुजन समाज की आस्था का केंद्र है. नगर निगम द्वारा सीनियर केयर सेंटर का निर्माण समाज में रोष और अशांति का कारण बन रहा है. योगी सरकार तत्काल निर्माण कार्य रोके ताकि शांति और भाईचारा बना रहे. उन्होंने यह भी मांग की कि चार मेडिकल कॉलेजों में अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए 70% आरक्षण को बहाल करने के लिए सरकार कोर्ट में सही तथ्य पेश करे.”
नगर निगम का पक्ष
नगर निगम के उप नगर आयुक्त ने दावा किया कि सीनियर केयर सेंटर का निर्माण उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री वैश्विक नगर योजना के तहत हो रहा है. पार्क का कुल क्षेत्रफल 16,000 वर्ग मीटर है, जिसमें केवल 7% हिस्से में निर्माण हो रहा है, जो गाइडलाइंस के अनुसार है. उन्होंने कहा कि सेंटर का नाम गौतम बुद्ध के नाम पर ही होगा और इसका संचालन आंदोलनकारी संगठनों को सौंपने का प्रस्ताव भी दिया गया है.
गौतम बुद्ध पार्क का महत्व
बता दें कि बसपा शासनकाल में मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने कांशीराम नगर योजना के तहत 28 बीघा जमीन पर गौतम बुद्ध पार्क विकसित किया था. पार्क में गौतम बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है, और यह शहर के सबसे व्यवस्थित और लोकप्रिय पार्कों में से एक था. हालांकि, पिछले निर्माण कार्यों ने पार्क के ग्रीन एरिया को पहले ही कम कर दिया है.