हरियाणा के नूंह जिले में एक किशोरी को मनचलों ने शराब की भरी बोतल मार दी. इससे किशोरी बुरी तरह घायल हो गई. यहीं नहीं पुलिस ने भी पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाए उसके परिवार को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. ये मामला रोजकामेव थाना क्षेत्र अंतर्गत आटा-बारोटा गांव का है. 12 जुलाई की शाम 7:45 बजे स्कूटी पर 17 वर्षीय दिपाली सिंह पड़ोसी के दो छोटे बच्चों (10 और 5 साल) के साथ बारोटा रोड से दूध लेकर घर लौट रही थी.
वहीं, हमला करने के बाद दोनों युवक फरार हो गए. इसके बाद घायल अवस्था में दिपाली स्कूटी छोड़कर रोते हुए किसी तरह घर पहुंची. खून से लथपथ बेटी के चेहरे को देख परिजन दंग रह गए. उसकी हालत देखते हुए परिजन उसे लेकर सोहना के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे. यहां पुलिस को 112 नंबर पर वारदात की सूचना दी. वहीं दिपाली की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने उसको मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के लिए रेफर कर दिया.
दिपाली के चेहरे पर 35 टांके लगे
इसके बाद मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में डॉक्टरों ने दिपाली के चेहरे पर 35 टांके लगाए. इस वारदात ने डी-फार्मा की पढ़ाई करने वाली पीड़िता दिपाली की ऐसी हालत कर दी है कि वह कुछ बोल नहीं पाती. खाना नहीं खा पाती. खाना तो दूर पानी तक ठीक ढंग से नहीं पी पाती. इस मामले को रोजकामेव थाना पुलिस ने भी गंभीरता से नहीं लिया. पीड़िता के पिता विनय सिंह 13 जुलाई की सुबह रोजकामेव थाना में शिकायत लेकर पहुंचे, लेकिन उन्हें 14 जुलाई को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा होने की बात कही गई.
पीड़िता की मां बोली- थाने में नहीं हुई सुनवाई
इसके बाद 15 जुलाई को मामले पर कार्रवाई करने की बात कहकर टरका दिया गया. फिर पीड़िता के परिजन 15 जुलाई की सुबह थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मी अनिल ने कोर्ट जाने और अभी टाइम नहीं होने की बात कहते हुए शाम को मामला देखने को बोला. ये सब देखते हुए परिजनों ने थाने में हंगामा कर दिया, जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर तुरंत जाने को तैयार हुई. पीड़िता की मां नेहा ने कहा कि पुलिस ने थाने में कोई सुनवाई नहीं की. हमें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा.
उन्होंने बताया कि बाद में मीडिया को बुलाने और थाने में धरना देने की बात बोलने पर पुलिसकर्मी साथ चलने को तैयार हुए. बाइक पर सवार मनचले युवकों ने बीयर की बोतल मेरी बेटी के मुंह पर मार दी, जिसकी वजह से उसके चेहरे पर 35 टांके आए हैं और तीन दांत भी टूट गए हैं. पुलिस ने मामले में कमी की है. 13 तारीख को शिकायत दी थी. 16 तारीख को मामला दर्ज किया गया. मीडिया का साथ नहीं होता तो शायद मामला भी दर्ज नहीं होता. हमें मीडिया पर विश्वास है.
डीएसपी हेडक्वार्टर ने क्या कहा?
पीड़िता के परिवार का कहना है कि वारदात के बाद सोहना अस्पताल में बेटी ने बस इतना बताया कि मुंह पर बोतल मरने के बाद उनमें से एक युवक बोला कि राहुल भाग. इसके बाद दोनों आटा गांव की ओर भाग निकले. उनकी डिलक्स बाइक पर कुछ एचआर 2672 नंबर लिखा था. इस घटना को लेकर में डीएसपी हेडक्वार्टर हरेंद्र कुमार ने कहा कि बच्ची के साथ घटना हुई है.
जल्द की जाएगी गिरफ्तारी
हरेंद्र कुमार ने कहा कि बच्ची दूध के लिए गई थी, तभी बाइक पर सवार कुछ युवकों ने घटना को अंजाम दिया. डीएसपी ने कहा कि बच्ची के चेहरे पर काफी चोट आई है. मामला दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि खुद मेरी अगवाई के साथ-साथ सीआईए की टीम भी काम कर रही है, जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है उनकी जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी.
साथ ही डीएसपी ने कहा कि जिस भी पुलिसकर्मी ने इस पूरे मामले में कोताही बरती है उसके खिलाफ जांच कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि वारदात के बाद अभी तक आरोपियों का पता नहीं लगा है. फिलहाल पुलिस के हाथ खाली हैं.