उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने ऑनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग और लोन एप के माध्यम से लोगों को ठगने का काम किया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल, बैंक पासबुक और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लोगों को झांसे में लेकर उनके खाते से पैसे निकाल लेते थे। उनका एक संगठित गिरोह है, जिसमें शिवम तिवारी, अनुराग शुक्ला और अंकित पाल शामिल हैं।
आरोपियों ने बताया कि वे फर्जी एप बनाकर लोगों को निवेश करने के लिए प्रेरित करते थे और उनके पोर्टफोलियो में निवेश की गई राशि को दो गुना दिखाते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने 16 राज्यों में 55 शिकायतों में लगभग 20 करोड़ रुपये की ठगी की है। आरोपियों के संबंध पश्चिम बंगाल, बिहार और असम जैसे राज्यों के अन्य साइबर अपराधियों से जुड़े हुए हैं।
दो आरोपियों पर पहले से दर्ज हैं मामले
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपियों में शिवम तिवारी, अनुराग शुक्ला और अंकित पाल शामिल हैं। शिवम तिवारी और अनुराग शुक्ला के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से बरामद दस्तावेजों और मोबाइल का विश्लेषण किया है और आगे की जांच में जुटी हुई है। पुलिस इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है।
इस गिरोह के लोग सोशल मीडिया, टेलीग्राम और अन्य जगहों पर निवेश में भारी मुनाफे की बात कहकर लोगों का भरोसा जीतते थे। इसके बाद एप में उनके निवेश की रकम दोगुनी करके दिखाते थे। लोगों का भरोसा जीतने के बाद उनके जरूरी दस्तावेज हासिल कर खातों से लाखों की ठगी कर लेते थे। जब आरोपियों को लगता कि उनके किसी बैंक खाते में कार्रवाई हो सकती है तो रकम दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लेते थे और पुलिस से भी बचे हुए थे।