राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को कर्नाटक में बड़ा एक्शन लिया है. तलाशी के बाद एक जेल साइकेट्रिस्ट और एक सशस्त्र रिजर्व पुलिस कर्मी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों पर पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकवादी समूह से जुड़े जेल कट्टरपंथीकरण मामले में कथित संलिप्तता को लेकर आरोप है.
राज्य के बेंगलुरु और कोलार जिलों में 5 लोकेशन पर तलाशी ली गई. तलाशी के बाद 3 संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है. बेंगलुरु के परप्पाना अग्रहारा जेल के साइकेट्रिस्ट डॉ. नागराज, सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) चांदपाशा और एक फरार आरोपी की मां अनीस फातिमा को गिरफ्तार किया गया है.
मास्टरमाइंड नासिर की मदद का आरोप
इन तीनों के आतंकवादी नासिर से गहरे संबंध थे, जो मंगलुरु कुकर बम, शिवमोगा में आतंकवादी गतिविधि और रामेश्वरम कैफे विस्फोट सहित दक्षिण भारत में हुए कई विस्फोटों का मास्टरमाइंड है. आतंकवादी गतिविधियों में मदद करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और तीनों गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं. आरोपियों के फोन नेटवर्क की जांच की जा रही है. इसके अलावा इनके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है.
नासिर जेल में रहते हुए आतंकी गतिविधियों की प्लानिंग बना रहा था. वो जेल से ही युवाओं की एक टीम तैयार कर रहा था. वो दक्षिण भारत में हुए कई धमाकों का मास्टरमाइंड है और कई मामलों में शामिल रहा है. स्लीपर सेल से सीधे जुड़े आतंकी नासिर ने बेंगलुरु में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की योजना बनाई थी. इसके लिए उसने जेल में रहते हुए ही युवाओं की एक टीम बनाई थी.
आतंकी नासिर ने हत्याकांड में शामिल युवकों की एक टीम बनाई थी. जिसमें जुनैद, मोहम्मद हर्षद खान, सुहैल, फैजल, जाहिद तबरेज़, मुदस्सिर शामिल थे. इस मामले में जब छापेमारी की गई तो डॉ. नागराज, चांद पाशा और अनीस फातिमा पकड़े गए.
साइकेट्रिस्ट डॉ. नागराज कैसा करता था मदद?
साइकेट्रिस्ट डॉ. नागराज परप्पना अग्रहारा जेल में 4-5 साल से साइकेट्रिस्ट के तौर पर काम कर रहा था. उसने आतंकवादी टी. नासिर समेत कई कैदियों को मोबाइल फोन की तस्करी की थी. उसने अपनी सहायक पवित्रा के साथ मिलकर मोबाइल फोन की तस्करी की थी.
ASI चांद पाशा का क्या था गुनाह?
साल 2022 में, टी. नासिर के लिए काम करने वाला चांद पाशा, नासिर को जेल से किन अदालतों में ले जाया जा रहा है, इसकी जानकारी लीक कर रहा था. उसने टी. नासिर समेत उन संगठनों के सदस्यों को जानकारी दी थी जिनसे उसके संबंध थे.
लापता आरोपी जुनैद अहमद की मां अनीस फातिमा, टी. नासिर के लगातार संपर्क में थी. नासिर उसे लश्कर-ए-तैयबा के लिए धन जुटाने की जानकारी देता था. फातिमा ने यह जानकारी विदेश में रह रहे अपने बेटे जुनैद को दी थी.
NIA ने क्या-क्या जब्त किया?
टी. नासिर ने जेल में बंद लड़कों को 2023 में बेंगलुरु में तोड़फोड़ की वारदातों को अंजाम देने के लिए तैयार किया था. अब सामने आया है कि पकड़े गए तीनों आरोपियों ने इस वारदात में मदद की है. यह जानकारी मिलते ही एनआईए के अधिकारी तुरंत एक्शन में आ गए. एनआईए ने इस मामले में सिम कार्ड सप्लाई करने के आरोप में व्हाइटफील्ड के पास एक मोबाइल शॉप पर काम करने वाले कोलार निवासी सतीश गौड़ा को भी नोटिस जारी किया है.
एनआईए ने फिलहाल आरोपियों के घरों से जूलरी और दस्तावेज समेत कुछ डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं. जांच में सभी बंदियों की भूमिका अभी सामने आनी बाकी है.