Basti Crime: बस्ती पुलिस ने ग्रामीण बैंक के मैनेजर और उनके सह-प्रबंधक को अगवा कब्रिस्तान में ले जाकर मारपीट करने और जबरन लूट करने वाले दो इनामी बदमाशों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों बदमाशों पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित था, और इन्हें पुलिस की विभिन्न संयुक्त टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर हुई मुठभेड़ के बाद दबोचा गया है. यह पूरी कार्रवाई संगठित अपराध पर अंकुश लगाने की दिशा में पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के निर्देश पर, थाना परसरामपुर, वाल्टरगंज और दुबौलिया की स्थानीय पुलिस के साथ-साथ स्वाट टीम, एसओजी टीम और सर्विलांस सेल बस्ती की विशेष टीमों ने ऑपरेशन लंगड़ा को अंजाम दिया. इस संयुक्त कार्यवाही का उद्देश्य न केवल बैंक कर्मियों के साथ हुई गंभीर वारदात के दोषियों को पकड़ना था, बल्कि ऐसे अपराधों में शामिल अन्य अपराधियों तक पहुंचना भी था.
ऑपरेशन के दौरान, पुलिस को सूचना मिली कि इस वारदात का मुख्य अभियुक्त गौतम सिंह परशुरामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम हैदराबाद में छिपा हुआ है. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गौतम सिंह को घेरने का प्रयास किया. अपराधी गौतम सिंह ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गौतम सिंह के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया. उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका समुचित इलाज चल रहा है.
इसी बीच, पुलिस को इस घटना में शामिल एक अन्य प्रमुख अभियुक्त अनुज प्रताप सिंह उर्फ मुरारी सिंह के दुबौलिया थाना क्षेत्र के सरवरपुर में छिपे होने की जानकारी मिली. अनुज प्रताप सिंह ने भी पुलिस पर फायरिंग की, लेकिन पुलिस की सटीक जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में भी गोली लगी. उसे भी घायल अवस्था में पकड़ लिया गया और तत्काल इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया. पुलिस का कहना है कि दोनों बदमाशों की हालत स्थिर है और उनका उपचार जारी है. इस मामले में संलिप्त अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं.
बदमाशों ने दी थी जान से मारने की धमकी
यह गंभीर घटना तब सामने आई जब बीती रात ग्रामीण बैंक जीतीपुर के ब्रांच मैनेजर रवि तिवारी (निवासी साकेतपुरी कॉलोनी, जनपद अयोध्या) और उनके फील्ड ऑफिसर रसिक भारती बैंक बंद कर शाम में अपनी कार से अपने घर जा रहे थे. तभी परसरामपुर रोड पर गोपीनाथपुर बाजार के आगे, दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार अज्ञात बदमाशों ने उनकी कार को अचानक रोक लिया. रवि तिवारी ने कार का शीशा नीचे किया, एक बदमाश ने उन्हें जबरन पिछली सीट पर धकेल दिया और खुद गाड़ी चलाने लगा. रवि तिवारी और रसिक भारती ने जब इसका विरोध किया, तो बदमाशों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी.
वे गाड़ी को एक सुनसान जगह ले गए, जहां एक श्मशान घाट भी था. वहां पहुंचकर बदमाशों ने दोनों बैंक कर्मियों के साथ बेरहमी से मारपीट की. मारपीट के बाद, उन्होंने रवि तिवारी के गले से सोने की चेन और दो अंगूठियां लूट लीं. उनकी जेब में रखे 3000 रुपये भी निकाल लिए गए. इतना ही नहीं, बदमाशों ने रसिक भारती का एटीएम कार्ड भी ले लिया और कार में रखे 2500 रुपये भी जबरन निकाल लिए.
अपराधियों की गिरफ्तारी के घोषित था इनाम
इस घटना के बाद, अगले दिन बदमाशों ने मैनेजर और फील्ड ऑफिसर को उनकी कार की चाबी के साथ एक सुनसान जगह पर छोड़कर फरार हो गए. रवि तिवारी की लिखित शिकायत के आधार पर थाना परसरामपुर में मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक बस्ती ने इस गंभीर वारदात को संज्ञान में लेते हुए तत्काल अभियुक्तों पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में गौतम सिंह और अनुज प्रताप सिंह उर्फ मुरारी सिंह शामिल हैं. इन दोनों का आपराधिक इतिहास काफी पुराना और गंभीर रहा है.
हथियार और नकदी हुआ बरामद
गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने गौतम सिंह के पास से एक अदद 315 बोर तमंचा, 01 जिंदा कारतूस और 01 खोखा कारतूस .315 बोर बरामद किया है. उसके पास से एक बिना नंबर प्लेट की गाड़ी और 10,500 रुपये नगद भी बरामद हुए हैं. अनुज प्रताप सिंह से एक अदद 12 बोर तमंचा, 01 खोखा कारतूस .12 बोर और एक टीवीएस राइडर ब्लैक कलर की मोटरसाइकिल (UP 51 BU 2844) बरामद की गई है. ये बरामदगी अपराध में प्रयुक्त हथियारों और लूटी गई संपत्ति का महत्वपूर्ण प्रमाण हैं.
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली पुलिस टीम को एसपी ने इस उत्कृष्ट कार्य और अपराधियों को पकड़ने में दिखाई गई बहादुरी और तत्परता के लिए जमकर सराहना की है. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है और फरार अभियुक्तों की तलाश में सघन अभियान चलाया जा रहा है ताकि इस गिरोह के सभी सदस्यों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाया जा सके.