Ahmedabad Air India Plane Crash: अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट गुरुवार (12 जून, 2025) की दोपहर क्रैश हो गया. इस हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है. इस हादसे से पूरा देश स्तब्ध है. इस हादसे को लेकर आजाद समाज पार्टी के मुखिया और नगीना से सांसद चंद्र शेखर आजाद ने भी दुख जताया और सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू को चिट्ठी लिखकर सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है.
उन्होंने 6 जून को अपनी दिल्ली से दुबई यात्रा के अनुभव को शेयर करते हुए विमान सेवाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की. चंद्र शेखर आजाद ने नागरिक उड्डयन मंत्री लिखे पत्र में कहा, “मैं आपका ध्यान भारतीय विमानन क्षेत्र की व्यवस्था, सुरक्षा मानकों और यात्रियों के हितों से जुड़ी आवश्यक चिंताओं की ओर दिलाना चाहता है. आज हुए विमान हादसे में की दुखद घटना ने मुझे गहरा मर्माहत किया है.”
इसके आगे उन्होंने लिखा, “इससे मुझे मेरी 6 जून 2025 को दिल्ली से दुबई की एयर इंडिया की उड़ान का अनुभव याद आ गया जो एक तकनीकी खराबी के कारण लगभग तीन घंटे की देरी से संचालित हो सकी.”
उन्होंने लिखा, “तीन घंटे बाद हमें एयर इंडिया के ही एक अन्य विमान की व्यवस्था करके यात्रा पूरी करवाई गई. ये अनुभव न केवल असुविधाजनक था, बल्कि ये एयर इंडिया के तकनीकी निरीक्षण और आपात प्रबंधन की गंभीर विफलता को भी उजागर करता है.”
चंद्र शेखर आजाद ने की जांच की मांग
नगीना सांसद ने अहमदाबाद में हुए हादसे और 6 जून को उनकी फ्लाइट में हुई देरी जैसे मामलों की उच्च स्तरीय तकनीकी और प्रशासनिक जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि सभी एयरलाइनों को उड़ान से पहले अनिवार्य तकनीकी परीक्षण की रिपोर्ट सार्वजनिक रुप से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाए और एयर इंडिया में तकनीकी दक्षता, स्टाफ़ की जवाबदेही और संकट प्रबंधन व्यवस्था को बेहतर करने के लिए ऑडिट किया जाए.
उन्होंने हवाई यात्राओं को सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने की ज़रूरत पर जोर देते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा का कोई विकल्प नहीं, बल्कि ये उनकी मौलिक अपेक्षा है. उन्होंने इन तमाम बातों को गंभीरता से लेते हुए जरूरी कार्रवाई की भी मांग की.
बता दें कि अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान क्रैश हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत हो गई है. इनमें विमान में सवार 241 यात्रियों और क्रू मेंबर के साथ 24 अन्य वो लोग है जिस हॉस्टल पर ये विमान हादसे के बाद गिरा था.