जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार (27 अप्रैल) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान अगले महीने मुख्यमंत्री के पैतृक गांव से शुरू किया जाएगा। यह घोषणा नालंदा जिले के हरनौत विधानसभा क्षेत्र में की गई, जहां से जेडी(यू) अध्यक्ष ने 1980 के दशक में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। प्रशांत किशोर ने कहा, “हम अक्सर सुनते हैं कि भले ही नीतीश कुमार ने राज्य के लिए बहुत कुछ नहीं किया हो, लेकिन उन्होंने अपने गृह जिले में विकास किया है। इस मिथक को तोड़ने के लिए हमने 11 मई को कल्याण बिगहा से अपना हस्ताक्षर अभियान शुरू करने का फैसला किया है।”
नीतीश कुमार के खिलाफ अभियान चलाएंगे नीतीश कुमार
पूर्व चुनाव रणनीतिकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सभी को पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार के अपने गांव में क्या स्थिति है। हम गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता जैसे वादों को पूरा करने में उनकी सरकार की विफलता को उजागर करेंगे। सीएम ने विधानसभा को बताया है कि राज्य भर में 94 लाख परिवार हैं जो इस तरह की मदद के लिए पात्र हैं। लेकिन, ऐसा लगता है कि यह वादा पीएम नरेंद्र मोदी की हर बैंक खाताधारक को 15 लाख रुपये देने की बात की तरह एक और नौटंकी है।”
प्रशांत किशोर क्या बोले?
प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्य सरकार की अन्य कथित विफलताओं को उनकी पार्टी उजागर करेगी, जिसमें दलितों को खेती करने के लिए दो डेसिमल भूमि देने का वादा और चल रहे भूमि सर्वेक्षण में भारी भ्रष्टाचार शामिल है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री, जो दो दशकों से सत्ता में हैं, उनके अपने ही गांव में तथाकथित उपलब्धियों के पीछे की वास्तविकता का पता लगाना दिलचस्प होगा।” ‘जन सुराज उद्घोष यात्रा’ के तहत प्रशांत किशोर आज एक दिवसीय दौरे पर नालंदा पहुंचे। नालंदा पहुंचने पर प्रशांत किशोर ने सबसे पहले बिहारशरीफ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसके बाद बिहारशरीफ और रहुई समेत कई जगहों पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।