‘नीतीश ने RSS मुक्त भारत की मांग की थी’
बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कि कांग्रेस से गठबंधन के बाद ठाकरे ने हिंदू राष्ट्रवाद छोड़ दिया, उन्होंने कहा, ‘मैं बीजेपी के सड़े हुए हिंदुत्व की परिभाषा को स्वीकार नहीं करता। मुझे बताएं कि मैंने कहां हिंदुत्व को त्यागा है। यह एक झूठा विमर्श है कि बीजेपी एक हिंदुत्वादी पार्टी है।’ ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने TDP और JDU के साथ गठबंधन किया है, जिसके प्रमुख नीतीश कुमार ने कभी ‘RSS मुक्त भारत’ की मांग की थी। उन्होंने रमजान के दौरान ‘सौगात-ए-मोदी’ किट बांटने को लेकर भी बीजेपी पर कटाक्ष किया और कहा कि यह बिहार में चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया, जबकि महाराष्ट्र में इसी पार्टी ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था।
मुस्लिमों के सपोर्ट पर क्या बोले उद्धव ठाकरे?
ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय ने उनकी पार्टी का समर्थन इसलिए किया, क्योंकि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने सभी के साथ समान व्यवहार किया। वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ अपनी पार्टी के मतदान पर ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी ने इस विधेयक का विरोध इसलिए किया, क्योंकि हिंदुत्व और वक्फ बोर्ड के बीच कोई संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि बीजेपी ने हाल ही में वक्फ संशोधन अधिनियम का विरोध करने वाली AIADMK के साथ गठबंधन का ऐलान किया है। ठाकरे ने आरोप लगाया कि मुंबई को “लूटा” जा रहा है, क्योंकि सभी बड़ी परियोजनाएं गुजरात को ट्रांसफर की जा रही हैं।
विधानसभा चुनावों के नतीजों पर भी बोले ठाकरे
पूर्व सीएम ने नवंबर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को स्वीकार न करने की बात दोहराई, जिसमें विपक्ष को करारी हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि यदि चुनाव बैलट पेपर के जरिए कराए जाएं, तो विपक्ष को सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन से भी बड़ा जनादेश मिलेगा। ठाकरे ने बीजेपी के बूथ प्रबंधन की तारीफ की, लेकिन कहा कि उनकी पार्टी को इस पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन बीजेपी द्वारा फैलाए गए ‘भ्रम’ को दूर नहीं कर सका और उनकी सरकार के अच्छे कार्यों को जनता तक नहीं पहुंचा सका।