Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विपक्ष बीजेपी पर हमलावर है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रवक्ता वारिस पठान ने वक्फ बिल को काला कानून बताया. उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से इस बिल को रिजेक्ट करते हैं. ये असवैंधानिक बिल है ये संविधान के अनुच्छेद- 14, 24, 25 और 26 का उल्लंघन है.
AIMIM नेता ने बताया कि वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने एक वेबसाइट जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि जिसे इस बिल को लेकर दिक्कत है वो अपना ऑब्जेक्शन दाखिल कर सकता है. करोड़ों लोगों ने इसको लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी और कहा था कि हमें ये बिल नहीं चाहिए.
‘बीजेपी हमारे वक्फ की जमीनों को छीनना चाहती है’
वारिस पठान ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बीजेपी की नीयत में ही खोट है और उनकी नीयत साफ नहीं है. बीजेपी हमारे वक्फ की जमीनों को छीनना चाहती है. बीजेपी हमारी मस्जिद, ईदगाह और हमारे कब्रिस्तानों को भी अपने कंट्रोल में लेना चाहती है’. उन्होंने आगे कहा कि वक्फ बोर्ड में सरकार हिंदुओं को शामिल करना चाहती है तो मैं सरकार से ये पूछना चाहता हूं कि क्या आप किसी हिंदू बोर्ड में मुस्लिम को रखेंगे. मुझे पता है कि आप नहीं रखेंगे’.
‘वक्फ की एक इंच जमीन भी सरकार को हड़पने नहीं देंगे’
वारिस पठान ने कहा कि ये पूरी तरह से असवैंधानिक बिल है हम वक्फ की एक इंच जमीन भी सरकार को हड़पने नहीं देंगे. उन्होंने कहा, ‘इस बिल के जरिए कलेक्टर को पावर दी जा रही है तो मैं पूछना चाहता हूं कि कौन सा ऐसा कलेक्टर होगा जो बीजेपी सरकार का आदेश मानने से मना कर दे’. वक्फ बिल को लेकर असदुद्दीन ओवैसी सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं. ओवैसी ने NDA के सहयोगी दलों खासकर नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और जयंत चौधरी से वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर सरकार का समर्थन न करने की अपील की थी.
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