Basti POLICE: उत्तर प्रदेश पुलिस सख्त डीजीपी और ईमानदार मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद सुधरने का नाम नहीं ले रही. वसूली के लिए किसी निर्दोष की जान लेने से कुछ पुलिस वाले पीछे नहीं हटती. मामूली विवाद में बस्ती पुलिस के दो जवानों ने एक युवक को पकड़ा फिर उसकी थाने में 24 घंटे तक पिटाई की. जब वह मरणासन्न हो गया तो घर छोड़ आए, जहां उसकी कुछ देर बाद मौत हो गई.
आरोप है कि दोनों सिपाही युवक के परिजनों से पांच हजार की डिमांड कर रहे थे और न देने पर उन लोगों ने उसकी हत्या कर दी. गौरतलब है कि बस्ती जनपद के सुभाषपा के विधायक दुधराम ने योगी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा था कि जो काम पहले 500 में होता था अब 5000 में हो रहा है. उनके इस बयान पर बस्ती पुलिस ने मुहर लगा दी और 5000 न देने पर थर्ड डिग्री देकर युवक को मौत के घाट उतार दिया.
क्या है मामला
बस्ती जिले में पुलिस की क्रूरता का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. एक नाबालिग किशोर आदर्श उपाध्याय को पुलिस ने थर्ड डिग्री देकर बुरी तरह से प्रताड़ित किया, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने युवक को खैनी लेने के विवाद में हिरासत में लिया था और पूछताछ के नाम पर उस पर थर्ड डिग्री इस्तेमाल किया. युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में शव रखकर प्रदर्शन किया है.
नाबालिग बच्चे को पुलिस ने थाने के अंदर लाकर इस कदर थर्ड डिग्री दिया कि उसके मुंह से खून आने लगा. पिटाई के बाद जब तबियत बिगड़ने लगी तो पुलिस वाले उसे घर छोड़ कर भाग गए. इधर, परिजनों ने बच्चे की हालत देखकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. मगर अस्पताल जाने से पहले ही युवक आदर्श उपाध्याय की मौत हो गई.
क्या है आरोप
आदर्श की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया. मृतक के परिजनों के मुताबिक दुबौलिया थाना क्षेत्र के उभाई गांव में सोमवार को 17 साल का एक युवक आदर्श खैनी लेने के लिए पास की दुकान पर गया था. सुरती लेकर गांव में ही उसका कुछ लोगों के साथ झगड़ा हो गया. इतने में मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़के को हिरासत में ले लिया और थाने लाकर पूछताछ के बहाने पूरी रात थर्ड डिग्री दी. आरोप है कि आदर्श को मंगलवार की सुबह भी टॉर्चर किया गया.
पुलिस की बेतहाशा पिटाई के युवक के मुंह से खून आने लगा और हालत बिगड़ गई. ऐसे में पुलिस वालों ने उसे गाड़ी में डालकर घर के बाहर छोड़ दिया और वहां से भाग गए. इधर, लड़के के घर वालों ने उसकी हालत देखी तो आनन फानन में अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया, लेकिन आदर्श की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी. ऐसे में उसे तत्काल बड़े अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. इसके बाद परिजन युवक को यहां से लेकर जिला अस्पताल के लिए निकल ही रहे थे कि उसकी मौत हो गई.
घटना की जानकारी होने पर मौके पर युवक के तमाम रिश्तेदार और सैकड़ों की तादात में गांव के लोग पहुंच गए हैं. मौके पर हंगामा शुरू हो गया है. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. हंगामा होता देख कई थाने की फोर्स और दो डीएसपी मौके पर पहुंचे. मान मनव्वल का दौर शुरू हुआ. डीएसपी सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि फौरी तौर पर दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है, रिपोर्ट आने के बाद दोनों सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जायेगी.