मध्य प्रदेश की प्रदेश महिला कांग्रेस महामंत्री रेखा विनोद जैन की मुश्किलें कम होता नहीं दिख रहा है. कांग्रेस नेता की ओर से भगवान परशुराम की तुलना औरंगजेब से करने पर राज्यभर में बवाल मचा है. सर्व ब्राह्मण समाज ने रतलाम में रेखा जैन का पुतला दहन कर विरोध जताया है. वहीं, अब मंगलवार को रेखा जैन पर भारतीय न्याय संहिता के तहत एफआई दर्ज कराई गई है.
मध्यप्रदेश परशुराम कल्याण बोर्ड ने कांग्रेस नेता रेखा जैन की विवादित टिप्पणी पर एसपी अमित कुमार से मुलाकात की. वहीं, इसके बाद रोहित हीरा तिवारी की ओर से रेखा जैन पर लार्डगंज पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है. वहीं, विवाद बढ़ने पर कांग्रेस ने भी रेखा जैन के बयान से अपना पलड़ा झाड़ लिया है. पार्टी का कहना है कि राखी जैन के कृत्य से कांग्रेस की धर्मनिरपेक्ष छवि धूमिल हुई है.
BNS की धारा 302 में भी FIR दर्ज
कांग्रेस नेता रेखा जैन पर हिंदुओ के आराध्य भगवान परशुराम पर टिप्पणी करने का आरोप है. हिंदू संगठनों ने इसे ब्राह्मण समाज और सनातन का अपमान बताया है. वहीं, पुलिस ने आवेदक की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 299, 302 और 66क के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने कहा कि वह कांग्रेस नेता रेखा जैन के मामले की जांच शुरू कर दी है.
जबलपुर महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने भगवान परशुराम की तुलना औरंगजेब से की थी. इसको लेकर विरोध में वह अब चौतरफा घिरते नजर आ रही हैं. एफआईआर के साथ अब कांग्रेस ने रेखा जैन के विवादित टिप्पणी से किनारा कर लिया है. जबलपुर नगर कांग्रेस ने रेखा जैन को नोटिस थमा कर 48 घंटे में माफी मांगने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद रेखा जैन को मीडिया के सामने आकर माफी मांगनी पड़ी.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, फेसबुक पोस्ट के माध्यम से महिला कांग्रेस की पूर्व नगर अध्यक्ष रेखा जैन ने भगवान परशुराम पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कथाकार मणिका मोहिनी के फेसबुक पोस्ट को शेयर किया. फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘औरंगजेब ने अपने भाई का सिर काटकर पिता को भेंट किया तो भगवान परशुराम ने अपनी मां का सिर काटकर अर्पित किया.’
फेसबुक पोस्ट में औरंगजेब को क्रूर बताकर कहा गया है कि, ‘कोई भी मुसलमान उसे आदर्श नहीं मानता और संतान का नाम औरंगजेब नहीं रखता. लेकिन हिंदुत्व के ठेकेदार परशुराम जैसे चरित्र को आदर्श मानकर परशुराम का मंदिर तक बनवाते हैं.’ वहीं, इस पोस्ट के बाद से कांग्रेस नेता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है.