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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में जो हुआ, वो इतिहास में शायद पहली बार देखने को मिला, क्या हुआ था व्हाइट हाउस में? कौन ज़ेलेंस्की के साथ और कौन ट्रंप के?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में जो हुआ, वो वाकई में इतिहास में शायद पहली बार देखने को मिला. Oval Office में एक हाई-प्रोफाइल मीटिंग के दौरान ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच इतनी गरमागरम बहस हुई कि ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को बेइज़्ज़त करके बाहर निकाल दिया. ये वाकया इंटरनेशनल मीडिया में तहलका मचा चुका है और दुनियाभर से इस पर जबरदस्त रिएक्शन आ रहे हैं.

क्या हुआ था व्हाइट हाउस में?

ज़ेलेंस्की और ट्रंप के बीच ये मुलाक़ात यूक्रेन में शांति और वहां के खनिज संसाधनों की डील पर चर्चा के लिए रखी गई थी. मीटिंग के दौरान ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर ये दबाव डाला कि वे रूस के साथ शांति वार्ता करें. जब ज़ेलेंस्की ने कहा कि वे यूक्रेनी हितों के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेंगे, तो ट्रंप को गुस्सा आ गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को “स्टुपिड प्रेसिडेंट” तक कह दिया और फिर गुस्से में उन्हें Oval Office से “गेट आउट” कहकर निकाल दिया.

दुनिया का रिएक्शन: कौन ज़ेलेंस्की के साथ और कौन ट्रंप के?

इस हैरान कर देने वाली  घटना पर पूरी दुनिया से प्रतिक्रिया आ रही है. यूरोप के ज्यादातर देश खुले तौर पर ज़ेलेंस्की के समर्थन में आ गए हैं, जबकि रूस ने ट्रंप के इस कदम की तारीफ की है.

ज़ेलेंस्की के सपोर्ट में उतरे देश:

ऑस्ट्रिया – चांसलर कार्ल नेहमर ने कहा, “यूक्रेन तीन साल से रूस के खिलाफ जंग लड़ रहा है. हमें इस संघर्ष का न्यायपूर्ण और स्थायी समाधान चाहिए, लेकिन रूस ही हमलावर है.”

कनाडा – प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ज़ेलेंस्की के समर्थन में कहा, “यूक्रेन लोकतंत्र, आज़ादी और संप्रभुता की लड़ाई लड़ रहा है. हम हमेशा यूक्रेन के साथ खड़े रहेंगे.”

स्लोवेनिया – राष्ट्रपति नताशा पीरक मुसर ने कहा, “आज व्हाइट हाउस में जो हुआ, उसने अंतरराष्ट्रीय कानूनों और कूटनीति के बुनियादी सिद्धांतों को चोट पहुंचाई है.”

जर्मनी – चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने कहा, “इस युद्ध को सबसे ज्यादा खत्म करना अगर कोई चाहता है, तो वह यूक्रेन ही है.”

फ्रांस – राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ज़ेलेंस्की की सराहना करते हुए कहा, “रूस आक्रामक है और यूक्रेन पीड़ित. हमें इस सच्चाई को कभी नहीं भूलना चाहिए.”

यूरोपीय संघ (EU) – यूरोपीय कमीशन प्रेसिडेंट उर्सुला फॉन डेअर लीयन और यूरोपियन काउंसिल प्रेसिडेंट एंटोनियो कोस्टा ने कहा, “यूक्रेनी लोगों की बहादुरी को हम सलाम करते हैं.”

रोमानिया, पोलैंड, इटली, फिनलैंड, स्वीडन, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन समेत कई यूरोपीय देशों ने ज़ेलेंस्की के लिए समर्थन जताया.

रूस ने ज़ेलेंस्की का मज़ाक उड़ाया, ट्रंप की तारीफ की

रूसी सरकार और मीडिया ने ज़ेलेंस्की की इस बेइज़्ज़ती पर खुलकर खुशी जताई. रूस के सरकारी प्रवक्ता ने ज़ेलेंस्की को “scumbag” (नीच आदमी) कहा और कहा कि “उन्हें वही मिला जो उनके लायक था.” रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा, “कम से कम ट्रंप में इतनी हिम्मत है कि वह अपने पक्ष को स्पष्ट शब्दों में रखते हैं.”

ट्रंप का रवैया – समझौता या धमकी?

डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह यूक्रेन-रूस युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करना चाहते हैं, लेकिन उनका मानना है कि ज़ेलेंस्की इस जंग को खींच रहे हैं. ट्रंप ने कहा, “यूक्रेन को अब ये समझ जाना चाहिए कि अमेरिका हमेशा उनकी मदद नहीं करेगा. उन्हें शांति की ओर बढ़ना होगा, चाहे वह उनके लिए कितना ही मुश्किल क्यों न हो.”ट्रंप का यह बयान अमेरिका की मौजूदा पॉलिसी में बड़े बदलाव का संकेत देता है. इससे पहले जो बाइडेन सरकार यूक्रेन की पूरी मदद कर रही थी, लेकिन ट्रंप की रणनीति बिल्कुल अलग नजर आ रही है.

इस पूरी घटना का क्या असर पड़ेगा?

यूक्रेन पर दबाव बढ़ेगा – अमेरिका की इस नई स्थिति के कारण ज़ेलेंस्की को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और संघर्ष करना पड़ सकता है.

रूस को फायदा मिल सकता है – अगर अमेरिका ने यूक्रेन की आर्थिक और सैन्य मदद कम कर दी, तो रूस को अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका मिल सकता है.

यूरोपियन यूनियन की भूमिका बढ़ सकती है – अब यूरोप को अपने दम पर यूक्रेन की मदद करनी होगी, क्योंकि अमेरिका पहले जैसा समर्थन नहीं देगा.

ट्रंप की विदेश नीति पर सवाल – उनके इस रवैये से दुनिया में यह संदेश जा सकता है कि अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ भी सख्ती से पेश आता है.

एक ऐतिहासिक घटना और आगे की राह!

डोनाल्ड ट्रंप और व्लोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच की यह झड़प इतिहास में दर्ज हो गई है. शायद यह पहली बार हुआ कि एक देश के राष्ट्रपति ने दूसरे देश के राष्ट्रपति को अपने देश में बुलाकर कैमरे के सामने “गेट आउट” कह दिया. यह केवल एक विवाद नहीं, बल्कि भविष्य की राजनीति के लिए एक बड़ा संकेत है.

अब सवाल यह है कि क्या ट्रंप की यह रणनीति वाकई में अमेरिका और दुनिया के लिए फायदेमंद साबित होगी या इससे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नई परेशानियां खड़ी होंगी? इसका जवाब आने वाले दिनों में मिलेगा.

ट्रंप ने जिसे समझा फ्लावर वो निकला फायर… व्हाइट हाउस में जेलेंस्की ने दागे शोले

रूस से जंग लड़ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. उन्होंने अपने देश पर रूस के जुल्मों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति पुतिन को आतंकी तक कह डाला. बातचीत के दौरान ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बहस इतनी तीखी हो गई कि वहां से मीडिया को बाहर करना पड़ा. जेलेंस्की अपने दावे कर रहे थे तो ट्रंप अपने तेवर दिखा रहे थे.ट्रंप ने कहा कि रूस और यूक्रेन दोनों देश मेरे लिए बराबर हैं. युद्ध तो रोकना ही पड़ा, नहीं तो तीसरा युद्ध हो जाएगा. इस पर जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध पुतिन ने शुरू किया है. उनसे भी युद्ध की कीमत वसूली जाए. रूस को जंग की कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी.

आइए जानते हैं जेलेंस्की ने क्या कहा और ट्रंप की ओर से क्या जवाब मिला.

    1. जेलेंस्की व्हाइट हाउस पहुंचे तो ट्रंप उन्हें रिसीव करने के लिए आए. ट्रंप ने जेलेंस्की की तारीफ करते हुए कहा कि यू आर ड्रेस्ड अप नाइस टुडे. इसके बाद दोनों नेता अंदर गए और मीटिंग शुरू हुई. इस दौरान जेलेंस्की ने अपना पक्ष रखते हुए रूस को घेरना शुरू किया. बात खनिज डील की आई तो उन्होंने इसके बदले सुरक्षा की गारंटी की मांग की.
    2. इस पर ट्रंप ने कहा है कि खनिज भंडार का इस्तेमाल हम अपने हिसाब से करेंगे. जेलेंस्की ने रूस पर सवाल किया तो ट्रंप ने चुप्पी साध ली. बीबीसी के मुताबिक, जेलेंस्की, अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस और ट्रंप के बीच तनावपूर्ण बातचीत हुई.वेंस ने जेलेंस्की पर अपमानजनक होने का आरोप लगाया.
    3. अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि जेलेंस्की ने ट्रंप का अपमान किया है.इसके बाद ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की तीसरे विश्व युद्ध के साथ खेलने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच एक पत्रकार ने सवाल किया, अगर रूस ने सीजफायर तोड़ा तो? इस सवाल पर ट्रंप ने कहा, अगर तुम्हारे सिर पर कोई बम फोड़ दे तो.
    4. इसके बाद माहौल बिगड़ा और मीडिया को ऑफिस से बाहर निकाल दिया गया. ये बहस इतनी बढ़ गई कि ट्रंप ने जेलेंस्की को खुली धमकी दे दी. उन्होंने कहा कि आज से आपके बुरे दिन शुरू
    5. जेलेंस्की ने युद्धविराम से इनकार कर दिया है. इस पर ट्रंप ने उन्हें खुली धमकी दी है कि आज से आपका देश खतरे में है.
    6. बीबीसी के मुताबिक, ओवल ऑफिस में मीटिंग के दौरान ट्रंप ने कहा, अगर मैं रूस और यूक्रेन के साथ समझौते की बात न करता तो आप कभी सौदा नहीं कर पाते. मैं किसी के साथ समझौता नहीं करता हूं. मैं केवल अमेरिका के साथ समझौता करता हूं. जेलेंस्की को पुतिन से बहुत नफरत है.
    7. ट्रंप के तेवरों के आगे जेलेंस्की ने भी अपने हथियार नहीं डाले. उन्होंने उपराष्ट्रपति वेंस से सवाल दाग दिया, क्या आपने कभी यूक्रेन आने की जहमत उठाई. क्या कभी हमारी समस्याओं को देखने के लिए यूक्रेन आए. इस पर वेंस ने कहा कि उन्होंने इसके बारे में पढ़ा है और देखा है.
    8. उनके इस रिएक्शन पर ज़ेलेंस्की ने सिर हिलाया और दूसरी ओर देखते हुए कहा कि अमेरिका भी युद्ध के परिणामों को महसूस करेगा. इस दौरान ट्रंप ने कहा कि हमें मत बताओ कि हम क्या महसूस करने जा रहे हैं. आप यह तय करने की स्थिति में नहीं हैं कि हम क्या महसूस करने जा रहे हैं. हम बहुत अच्छा और बहुत मजबूत महसूस करने जा रहे हैं.
    9. ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा, आप लाखों लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं. तीसरे विश्व युद्ध को न्योता दे रहे हैं.
    10. इससे पहले जेलेंस्की से बातचीत में ट्रंप ने कहा, अगर ये युद्ध नहीं रोका गया तो तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है. ये युद्ध गलत दिशा में जा रहा था. मुझे लगता है कि अमेरिका का प्रमुख होने के नाते मेरा यह दायित्व है कि मैं ऐसा करूं.

[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. यह ज़रूरी नहीं है कि आर बी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही ज़िम्मेदार है.] 

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