Bengaluru Aero India 2025: बेंगलुरु में एयरो इंडिया सेमिनार में शामिल होने के दौरान सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने चीन के छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान को दावों पर कहा कि अभी उसमें और भी विकास होने हैं. सीडीएस ने कहा कि बड़ी संख्या में देश छठी पीढ़ी के विमान पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “जहां तक चीन के 6th जनरेशन लड़ाकू विमान का सवाल है, विश्व स्तर पर अभी इसकी कोई परिभाषा नहीं है. मेरे हिसाब से इसमें इंटीग्रेटेड नेटवर्क की क्षमता होनी चाहिए.
कई देश बना रहे 6th जेनरेशन फाइटर प्लेन- CDS
सीडीएस ने कहा कि हम जिन विमानों के बारे में बात कर रहे हैं, उनकी हमने कुछ सेकेंड की क्लिप देखी है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “किसी भी छोटी क्लिप को देखकर उसे छठी जनरेशन का लड़ाकू नहीं कहा जा सकता. कई देश इसे बना रहे हैं लेकिन वो अभी दूर हैं.”
युद्ध के क्षेत्र में बढ़ेगा AI का इस्तेमाल- CDS
सीडीएस अनिल चौहान ने बताया, “युद्ध का स्वरूप बदल रहा है, आने वाले दिनों में वॉर मल्टी डोमेन होगा, एआई का इस्तेमाल बढ़ेगा. हमने एक फ्यूचर वॉरफेयर कोर्स शुरू किया है. आने वाले दिनों में लड़ाई के लिए हमें आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ना होगा. कुछ समय पहले हमने WS 10 या WS 15 इंजन की क्षमताओं के बारे में सुना था, जो चीन के पांचवीं जेनरेशन के विमानों पर पर लगे हैं. छठी पीढ़ी का विमान में तरह की कई तकनीकें होती हैं, जो नेटवर्क, डेटा इकट्ठा कर पायलट को हर स्थिति को लेकर कमान देता है.”
आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, “हम दुनिया की बेस्ट तकनीक के साथ सहयोग की तलाश कर रहे हैं, जिससे हम भारत में निर्माण कर सकें. भारतीय सैनिकों ने आपको कभी निराश नहीं किया है. हम अपनी क्षमता को और बढ़ाना चाहते हैं, क्योंकि हमारे विरोधी पर अपनी क्षमता को बढ़ा रहे हैं.”