नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और मुकेश अहलावत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की टीम अरविंद केजरीवाल, पार्टी सांसद संजय सिंह और मुकेश अहलावत के घर जांच के लिए पहुंच रही है। जानकारी के मुताबिक एसीबी की टीम मुकेश अहलावत, अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के घर जांच के लिए रवाना हो गई है।
एसीबी केजरीवाल से पूछताछ कर सकती है
एसीबी के मुताबिक उन्हें एलजी वीके सक्सेना ने जांच के आदेश दिए हैं। हमारी टीम तीनों लोगों से इस बात की जानकारी लेने जा रही है कि आरोपों में कितनी सच्चाई है। क्या इस आरोप को लेकर कोई सबूत है या फिर यह सिर्फ भ्रम फैलाने की कोशिश है। माना जा रहा है कि एसीबी की टीम केजरीवाल और संजय सिंह से भी पूछताछ कर सकती है।
विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच करेगी एसीबी
आम आदमी पार्टी (आप) नेता अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लगाए गए विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच करेगी। भाजपा की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) ने आप नेताओं के दावों की जांच के आदेश दिए हैं।
एसीबी जांच के दिए आदेश
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली एलजी के प्रधान सचिव ने मुख्य सचिव को आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को रिश्वत देने के आरोपों की एसीबी जांच कराने के लिए पत्र लिखा है। भाजपा की ओर से दिल्ली एलजी से की गई शिकायत के बाद जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
भाजपा ने एलजी से की थी शिकायत
भाजपा ने शिकायत में कहा है कि आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप झूठे और निराधार हैं और भाजपा की छवि खराब करने तथा मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद दिल्ली में अफरातफरी और अशांति की स्थिति पैदा करने के इरादे से लगाए गए हैं।
आप भी एसीबी से शिकायत करेगी
वहीं, आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के लोग ड्रामा करना चाहते हैं। हम शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं। हम कार्रवाई चाहते हैं। एसीबी कार्रवाई करे। मैं शिकायत दर्ज कराने एसीबी दफ्तर जा रहा हूं।
केजरीवाल ने बीजेपी पर लगाया था ये आरोप
बता दें कि केजरीवाल ने बीजेपी पर दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले AAP उम्मीदवारों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने दावा किया कि उनकी पार्टी के 16 उम्मीदवारों को बीजेपी में शामिल होने पर 15-15 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश की गई। ट्विटर पर एक पोस्ट में केजरीवाल ने आरोप लगाया, “पिछले दो घंटों में हमारे 16 उम्मीदवारों को फोन आया कि अगर वे AAP छोड़कर बीजेपी में शामिल होते हैं तो उन्हें 15-15 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश की जाएगी।