महाराष्ट्र के खारघर में हिंदू युवक शिवकुमार शर्मा की हत्या का मामला गरमा गया है. विश्व हिंदू परिषद से लेकर मंत्री नितेश राणे इसे लेकर लगातार हमला बोल हैं और हत्या की जांच की मांग कर रहे हैं. गुरुवार को शिवकुमार शर्मा के नवी मुंबई वाशी के घर पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी. इनमें शिवकुमार शर्मा के परिवार, मित्र, हिमाचल प्रदेश के उनके रिश्तेदार और वीएचपी के कार्यकर्ता शामिल हैं. इन लोगों ने हत्या की जांच की मांग की. वहीं मंत्री नितेश राणे ने सीएम को पत्र लिखकर इज्तेमा पर बैन लगाने की मांग की.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि शिवकुमार शर्मा की आइडेंटिटी हिंदू थी, इसलिए उनकी हत्या की गई. उनके हाथ में शंकर भगवान का टैटू था. गले में रुद्राक्ष की माला थी. मोटरसाइकिल पर जय माता दी लिखा था, इसी को देखकर हमलावरों ने उनको हेलमेट से इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई.
शिवकुमार शर्मा के रिश्तेदार मित्रों का कहना है कि अगर गिरफ्तारी नही हुई तो बड़ा आंदोलन होगा. सड़क पर उतरेंगे. पुलिस स्टेशन का घेराव करेंगे.
खारघर मर्डर केस की एनआईए करे जांच
उनका कहना है कि शिवकुमार शर्मा को इसलिए मारा गया, क्योंकि वो हिंदू थे और कोई वजह है और कोई वजह नहीं थी. इसकी जांच एनआईए को दी जाए. इसमे आतंकी साजिश है.
उन्होंने सवाल किया कि मौलाना साद ने इस इज्तेमा में स्पीच दिया. मौलाना साद पर प्रतिबंध है. वो भड़काऊ भाषण देता है. उसे परमिशन क्यों दी गई? इसका जवाब दें. मौलाना साद की स्पीच के बाद माहौल बिगड़ा और इन दो लड़कों ने शर्मा को मार डाला.
मंत्री नितेश राणे ने इज्तेमा पर बैन लगाने की मांग की
दूसरी ओर, मंत्री नितेश राणे ने पुणे में एक कार्यक्रम में खारघर की घटना का जिक्र करते हुए इज्तेमा पर बैन की मांग की. नितेश ने कहा कि सीएम को पत्र लिखा है कि इज्तेमा पर बैन लगाया जाए.
उन्होंने कहा कि वो खारघर में इज्तेमा कर रहे थे. भीड़ लगाकर इज्तेमा कर रहे थे. क्या उनका नाम हैं…इजतफ, इजतेमाह-इनके नाम भी ऐसे हैं कि ठीक से ले नहीं सकते आप. ये इज्तेमा करने वाले इनके युवा लड़के तो रास्ते में क्राइम करते हैं. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने रास्ते में हमारे एक हिंदू भाई को हेलमेट से पीट-पीटकर मार डाला. मैंने सीएम से गुजारिश की है कि ऐसे भड़काऊ भाषण देने वाले इज्तेमा पर बैन लगाया जाए.