Delhi Election 2025: दिल्ली की जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता सुनील कुकरेजा ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) छोड़कर आम आदमी पार्टी (आप) का दामन थाम लिया. बीजेपी में 42 वर्षों तक सक्रिय रहने वाले कुकरेजा ने विस्तारक और स्टार प्रचारक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
सुनील कुकरेजा ने अपने राजनीतिक सफर में 17 राज्यों में बीजेपी के प्रचार कार्य में योगदान दिया है. इसके अलावा उन्होंने पार्टी के विभिन्न स्तरों पर जिम्मेदारियां निभाई हैं, जैसे बूथ अध्यक्ष, मंडल महामंत्री, मंडल अध्यक्ष, जिला महामंत्री और जिला उपाध्यक्ष. उनके इस अनुभव को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने उनका खुले दिल से स्वागत किया है.
सूत्रों के अनुसार, कुकरेजा बीजेपी प्रत्याशी की कथित गुंडागर्दी से परेशान थे, जिसके चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया. पहले वह जंगपुरा विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की योजना बना रहे थे, लेकिन अब उन्होंने ‘आप’ के साथ मिलकर ईमानदार राजनीति को मजबूत करने का संकल्प लिया है. आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “सुनील कुकरेजा जैसे अनुभवी नेता का हमारी पार्टी में शामिल होना हमारे लिए गर्व की बात है. उनके अनुभव और समर्पण से पार्टी को मजबूती मिलेगी”.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कुकरेजा का ‘आप’ में शामिल होना पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, खासकर जंगपुरा क्षेत्र में, जहां उनकी मजबूत पकड़ है. यह कदम आगामी चुनावों में ‘आप’ की स्थिति को और मजबूत कर सकता है.
कुकरेजा के इस निर्णय से बीजेपी को झटका लग सकता है, क्योंकि वह पार्टी के वरिष्ठ और समर्पित नेताओं में से एक थे. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘आप’ में शामिल होने के बाद वह किस प्रकार की भूमिका निभाते हैं और पार्टी के लिए किस तरह का योगदान देते हैं. कुल मिलाकर, सुनील कुकरेजा का ‘आप’ में शामिल होना दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है, जो आने वाले समय में राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है.