वेस्ट अफ्रीका का देश घाना सुर्खियों में बना रहता है. हाल ही में देश में गोल्ड की खदान में एक घटना सामने आई, जहां 9 लोगों की मौत हो गई. घाना के छोटे पैमाने के खनिकों के संघ ने रविवार को कहा कि सैनिकों ने शनिवार रात एंग्लोगोल्ड अशांति खदान में नौ निहत्थे खनिकों को मार डाला, वहीं दूसरी तरफ सेना का कहना है कि गोलीबारी में सात अवैध खनिक मारे गए हैं.
घाना नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्मॉल स्केल माइनर्स के स्थानीय चेयरमैन कोफी एडम्स ने इस मामले को लेकर मीडिया को बताया कि पश्चिम अफ्रीकी देश के अशांति क्षेत्र में ओबुआसी सोने के खनन स्थल पर हुई घटना में नौ लोग मारे गए और 14 गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी शख्स के पास कोई हथियार नहीं था.
सेना ने क्या कहा?
जहां एक तरफ नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्मॉल स्केल माइनर्स का कहना है कि सेना ने निहत्थे माइनर्स को मार डाला, वहीं दूसरी तरफ सेना ने इसको लेकर पहले ही कहा था कि स्थानीय रूप से निर्मित राइफलों और बाकी हथियारों से लैस लगभग 60 अवैध खनिकों ने शनिवार रात लगभग 11:00 बजे माइन की सुरक्षा को तोड़ दिया था और वहां तैनात एक सैन्य दल पर गोलीबारी की, जिसके बाद सेना ने भी गोलीबारी की और इसी में 9 माइनर्स की मौत हुई.
राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेश
कोफी एडम्स ने कहा, यह समझना मुश्किल है कि ऐसा क्यों हुआ,” साथ ही उन्होंने कहा, इससे पहले जब कोई माइनर ऐसी गलती करता था तो उसको सिर्फ चेतावनी देकर डराया जाता था. देश में हुई इस घटना के बाद घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने घटना की तत्काल जांच करने के आदेश दिए हैं, राष्ट्रपति ने रविवार को एक बयान में इसे “दुखद” बताया. राष्ट्रपति के बयान में कहा गया है कि सरकार ने एंग्लोगोल्ड अशांति को घायलों के इलाज और उनके अंतिम संस्कार की लागत को कवर करने के लिए कहा है.