उत्तर प्रदेश के कानपुर में IIT जेईई की तैयारी कर रहे छात्र का शव संदिग्ध परिस्थितियों में हॉस्टल के बाथरूम में पड़ा मिला था. इसके बाद उसे उपचार के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया था. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया था. सूचना पर हॉस्टल पहुंचे पिता ने मामले में संदिग्ध बेटे की मौत पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि गैस गीजर से निकले वाले कार्बन मोनो ऑक्साइड के कारण उन्होंने अपना बेटा खोया है.
उन्होंने मौत का जिम्मेदार हॉस्टल संचालक को बताया था. इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न हो पाने के कारण पिता ने अब स्थानीय काकादेव थाने में हॉस्टल संचालक के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है. पिता ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि गैस गीजर से निकलने वाली गैस का बाथरूम में वेंटिलेशन ना होने के कारण उनके बेटे की मौत हुई.
पिता ने दर्ज कराया था केस
मामले में काकादेव थाना प्रभारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई थी. जिसके बाद पिता के द्वारा 2 दिन पहले दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल मामले में जांच पड़ताल की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, 1 दिसंबर को बनारस से सत्संग नगर कालोनी निवासी संतोष कुमार गुप्ता हॉस्टल पहुंचे. उनके के अनुसार उनका पुत्र उत्कृष्ट कुमार गुप्ता नवीन नगर काकादेव में रहकर आईआईटी जेईई की तैयारी करता था. वह वहां अवधेश सिंह नाम व्यक्ति के हॉस्टल में रह रहा था.
लगाए थे ये आरोप
पिता के अनुसार बीते दिसंबर को उनके पुत्र की मौत हो गई थी. उनके अनुसार हॉस्टल के बाथरूम में मकान मालिक अवधेश ने गैस गीजर तो लगाया था, लेकिन बाथरूम में हवा पास करने के लिए न तो कोई खिड़की और न ही वेन्टीलेशन का कोई इंतजाम कराया था. इसी कारण गीजर से निकली कार्बन मोनोऑक्साइड की चपेट में जाकर उनके होनहार बेटे की मौत हुई है. पिता ने बेटे की मौत को लेकर हॉस्टल संचालक अवधेश सिंह पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे.
जांच में जुटी पुलिस
पूरे मामले में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के थाना काकादेव के थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज सिंह भदौरिया ने कहा कि मृतक छात्र उत्कृष्ट के पिता संतोष कुमार गुप्ता की तहरीर के आधार पर मकान मालिक अवधेश सिंह के खिलाफ लापरवाही के चलते गैर इरादतन हत्या, मृत्यु कारित करने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है.