Aligarh: अलीगढ़ शहर के सफाई कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में एकजुट होकर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने अपने हाथों में झाड़ू लेकर अपनी नाराजगी का इजहार किया और निजीकरण के फैसले को अवैध बताया.
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सफाई कर्मचारियों के अधिकारों और नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. सफाई कर्मचारियों के प्रदर्शन का मुख्य कारण सरकार के जरिये सफाई व्यवस्था को निजी कंपनियों के हाथ में सौंपना है. सफाई के लिए निजी कंपनियों को ठेका देने की योजना से सफाई कर्मचारी काफी नाराज हैं. उनका कहना है कि निजीकरण से उनकी आजीविका पर गहरा असर पड़ेगा.
कर्मचारियों का कहना है कि निजीकरण से उनका जीवन संकट में आ जाएगा. उनकी नौकरी पर खतरा मंडराने लगेगा और दैनिक आय में कटौती होगी. कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को लेकर चिंतित हैं. उनका तर्क है कि अगर सरकारी व्यवस्थाओं का निजीकरण किया गया, तो उनके परिवार के सदस्यों को भूखों मरने की नौबत आ सकती है.
सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से अपील की कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए और उनके अधिकारों की रक्षा की जाए. सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बिल्लू चौहान ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के साथ लंबे समय से अन्याय हो रहा है. उन्होंने नगर आयुक्त और नगर मेयर पर आरोप लगाया कि वे कर्मचारियों की आजीविका का सौदा निजी कंपनियों के साथ कर रहे हैं.
सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बिल्लू चौहान ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और बड़े स्तर पर किया जाएगा. प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने बताया कि वे पहले से ही कम वेतन और कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं. निजीकरण के बाद उनकी स्थिति और खराब हो जाएगी. उन्होंने सरकार पर गरीबों और मजदूरों की अनदेखी का आरोप लगाया.
प्रदर्शनकारियों ने सौंपा ज्ञापन
अलीगढ़ के एसीएम संजय मिश्रा ने ने मीडिया को बताया कि सफाई कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को जिला कलेक्टर तक पहुंचाया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि निजीकरण केवल उनकी समस्या नहीं है बल्कि पूरे शहर के लिए घातक हो सकता है. उन्होंने कहा कि निजीकरण से सफाई व्यवस्था में अव्यवस्था बढ़ सकती है.
कर्मचारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. सफाई कर्मचारियों मुताबिक, यह आंदोलन सिर्फ अलीगढ़ तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे राज्य में फैल सकता है.
सफाई कर्मचारियों ने निजीकरण के फैसले पर सरकार से पुनर्विचार करने और उनके हितों की रक्षा करने की मांग की है. सफाई कर्मचारियों ने अंत में कहा कि उनका यह आंदोलन सिर्फ उनके हितों की बात नहीं है बल्कि पूरे समाज के लिए एक संदेश है. उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे उनके साथ खड़े हों और सरकार पर दबाव बनाएं.