यूक्रेन पर नाटो: रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध चल रहा है. इस बीच नाटो यूक्रेन का पूरा समर्थन कर रहा है. इससे रूस की रातों की नींद उड़ गई है. नाटो के एक और सहयोग ने रूस की नींद में और खलल डाल दिया है. नाटो अब यूक्रेन को 1.2 अरब डॉलर के हथियार देने जा रहा है. इससे यूक्रेन और अधिक शक्तिशाली हो जाएगा. इसका मतलब यह होगा कि यह युद्ध अभी ख़त्म होने वाला नहीं है. क्योंकि रूस हार नहीं मानेगा और यूक्रेन को जो हथियार मिल रहे हैं उससे उसके लिए रूस से मुकाबला करना आसान हो जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, नाटो ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने तोपखाने के गोले खरीदने के लिए 1.1 बिलियन यूरो यानी 1.2 मिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। पिछले साल के अंत से रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ती गोलीबारी के बीच यह कदम उठाया गया है। इसके चलते यूक्रेन का हथियारों का भंडार ख़त्म हो गया है. नाटो ने 155 मिमी गोला-बारूद के 2 लाख 20 हजार राउंड की खरीद को हरी झंडी दे दी है। यूक्रेन को भी इस वक्त इसकी जरूरत है. नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा, ‘यह समझौता हमारे अपने क्षेत्र की रक्षा करने, अपने हथियारों का भंडार बनाने के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन यूक्रेन का समर्थन जारी रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।’
नाटो महासचिव ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन में युद्ध गोला-बारूद का युद्ध बन गया है. हम यूक्रेन में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जीतने नहीं दे सकते. “यह यूक्रेनियन लोगों के लिए एक त्रासदी होगी और हम सभी के लिए खतरनाक होगी।”
क्या है दोनों तरफ से हमले का गणित?
हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच जंग तेज हो गई है. यह सच है कि नाटो यूक्रेन की पूरी मदद कर रहा है, लेकिन सच्चाई यह भी है कि यूक्रेन अभी भी रूस का मुकाबला करने में पूरी तरह सक्षम नहीं है। यूक्रेन की हवाई सुरक्षा को कमजोर करने के लिए रूस ने हाल के हफ्तों में यूक्रेन के खिलाफ हवाई हमले बढ़ा दिए हैं। यूक्रेनी अधिकारियों का दावा है कि रूस ने 29 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच 500 ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च कीं।