मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री मधुकर पिचड (84) का शुक्रवार को नासिक के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह पछले कुछ समय से बीमार थे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और पिचड के पूर्व सहयोगी छगन भुजबल ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक महीने पहले ब्रेन स्ट्रोक के बाद मधुकर पिचड को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छगन भुजबल ने बताया, “उन्हें संक्रमण हो गया था और पांच-छह दिन पहले उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।”
मधुकर पिचड का राजनीतिक सफर
बता दें कि मधुकर पिचड आदिवासी समुदाय के एक प्रमुख नेता रहे हैं। मधुकर पिचड 1980 से 2009 तक अहिल्यानगर जिले की अकोले सीट से विधायक रहे। इस दौरान उन्होंने 1995 तक कांग्रेस की कई सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया। वहीं राज्य में शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (BJP) गठबंधन के सत्ता में आने पर मधुकर पिचड राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे थे। मधुकर पिचड साल 1999 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर शरद पवार द्वारा गठित एनसीपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने विलासराव देशमुख के नेतृत्व वाली सरकार में आदिवासी विकास मंत्री के रूप में भी काम किया। वहीं मधुकर पिचड और उनके पुत्र वैभव पिचड 2019 में भाजपा में शामिल हो गये थे।
शरद पवार ने जताया दुख
मधुकर पिचड के निधन पर एनसीपी-एसपी के प्रमुख शरद पवार ने भी दुख जताया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट में अपना दुख व्यक्त किया। शरद पवार ने एक्स पर लिखा, ‘मेरे पुराने सहयोगी मधुकरराव पिचड़ का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अपने राजनीतिक जीवन के दौरान उन्होंने आदिवासी समुदाय की स्थिति और आवाज को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका करियर हमेशा याद रखा जाएगा।’ इसके अलावा शरद पवार ने मधुकर पिचड के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मधुकर पिचड को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।