पापुआ न्यू गिनी में आदिवासी हिंसा में 53 लोगों की हत्या कर दी गई है. ऑस्ट्रेलिया मीडिया ने सोमवार को स्थानीय पुलिस के हवाले से यह जानकारी दी है. ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प ने बताया कि दक्षिण प्रशांत द्वीप राष्ट्र के सुदूर हाइलैंड्स क्षेत्र में एंगा प्रांत में घात लगाकर हमला किया गया और 53 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पोर्ट मोरेस्बी की राजधानी में पुलिस ने पुष्टि के लिए एपी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया. यह नरसंहार क्षेत्र में चल रही आदिवासी हिंसा में बढ़ोतरी को दर्शाता है. एबीसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार शवों को पुलिस ट्रक पर लादे जाने की कुछ तस्वीर भी सामने आई है. हालांकि, यह साफ नहीं हुआ है कि आखिर नरसंहार कब हुआ था.
जनवरी में हुई थी 16 लोगों की हत्या
बता दें कि इससे पहले जनवरी में भी हिंसा भड़की थी, जिसमें 16 लोगों की मौत हुई थी. घटना के बाद प्रधानमंत्री ने देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी. इसके साथ-साथ उन्होंने कई सरकारी पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया था. वेतन कटौती को लेकर प्रदर्शन भी किया था.
पिछले कुछ महीने में कई घटनाएं
पिछले कुछ महीने से पापुआ न्यू गिनी में हिंसा की कई घटनाएं देखने को मिल चुकी हैं. हालांकि, सरकार बार-बार दावे करती रही है कि वो लोकतंत्र को मजबूती के साथ स्थापित करेगी, लेकिन जब भी उसकी ओर से कोई कदम उठाया जाता है कहीं न कहीं हिंसा की खबर आ जाती है. पापुआ न्यू गिनी की गिनती विकासशील देशों में होती है. यहां बड़ी संख्या में आदिवासी जातियां भी निवास करती हैं. करीब 800 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं.
घात लगाकर हमला
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने बताया कि दक्षिण प्रशांत द्वीप राष्ट्र के सुदूर हाइलैंड्स क्षेत्र में एंगा प्रांत में घात लगाकर हमला किया गया था। इससे कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों के घायल होने की भी जानकारी है।
शवों को ट्रकों पर लादकर ले जाया गया अस्पताल
रॉयल पापुआ न्यू गिनी कांस्टेबुलरी के कार्यवाहक अधीक्षक जॉर्ज ने बताया कि पुलिस को जंगल में भागे घायलों के शव मिले हैं। इसके अलावा, सड़कों और नदी के किनारे से शवों को एकत्र किया गया है। इन शवों को ट्रकों पर लादकर अस्पताल ले जाया गया। अधिकारी अभी भी उन लोगों की गिनती कर रहे हैं, जिन्हें गोली मारी गई और घायल हुए।
संख्या बढ़ सकती है
उन्होंने कहा कि हमारा अनुमान है कि घायलों और मरने वालों की संख्या 60 से 65 हो सकती है।
विकासशील देशों में होती गिनती
बता दें, पापुआ न्यू गिनी की गिनती विकासशील देशों में होती है। यहां बड़ी संख्या में आदिवासी जातियां भी निवास करती हैं। करीब 800 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं। इससे पहले जनवरी में भी यहां हिंसा भड़की थी, जिसमें 16 लोगों की मौत हुई थी। घटना के बाद प्रधानमंत्री ने देश में इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी। इसके साथ-साथ उन्होंने कई सरकारी पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया था।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने मदद को बढ़ाया हाथ
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा कि उनकी सरकार पापुआ न्यू गिनी की सहायता के लिए तैयार है, जो ऑस्ट्रेलिया का निकटतम पड़ोसी है। पापुआ न्यू गिनी से जो खबर आई है, वह बहुत परेशान करने वाली है। हम अपने दोस्तों की मदद करने के लिए जो भी सहायता प्रदान कर सकते हैं हम करेंगे।