महाराष्ट्र के नागपुर में इस हफ्ते के शुरुआत में हुई हिंसा के सिलसिले में माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के एक नेता और छह अन्य को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है, जिससे इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 112 हो गई है. पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एमडीपी के कार्यकारी अध्यक्ष हामिद इंजीनियर और मोहम्मद शहजाद खान के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.
सोशल मीडिया पर गलत सूचना
साइबर पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान यह पाया कि दोनों इस हिंसा के संबंध में सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने में संलिप्त थे. पुलिस ने पहले ही एमडीपी के प्रमुख फहीम खान को कथित राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है और उसका मानना है कि इस मामले में वही मुख्य आरोपी है.
औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग
अधिकारी ने बताया कि इंजीनियर ने दंगों से पहले कथित तौर पर चंदा मांगा था. 17 मार्च को नागपुर के कई हिस्सों में उस समय बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी की खबरें आईं, जब यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन के दौरान कुरान की आयत लिखी एक चादर जलाई गई.
33 पुलिसकर्मी घायल
अधिकारियों ने बाद में दावा किया था कि ये अफवाहें निराधार थीं और शरारतपूर्ण तरीके से फैलाई गई थीं. नागपुर हिंसा के दौरान पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) स्तर के तीन अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इस बीच, पुलिस ने बताया कि हिंसा में घायल हुए इरफान अंसारी (40) की शनिवार को अस्पताल में मौत हो गई.
कैसे घायल हुआ था अंसारी?
अंसारी सोमवार रात करीब 11 बजे घर से नागपुर रेलवे स्टेशन से इटारसी के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए निकले थे. यह इलाका हिंसा से प्रभावित था. अंसारी के परिजनों के अनुसार, उन्हें यह पता नहीं चल सका कि रेलवे स्टेशन जाते समय वह कैसे घायल हो गया. वह वेल्डिंग का काम करता था.