पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ बिल के खिलाफ जारी प्रदर्शन से जुड़ी हिंसक झड़पों में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को ऐलान किया कि राज्य में इस बिल को लागू नहीं किया जाएगा. वहीं सुती और शमशेरगंज जैसे इलाकों में बढ़ती अशांति के बीच, कलकत्ता हाईकोर्ट ने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती का आदेश दिया.
बीएसएफ हर स्थिति के लिए तैयार
डीजीपी पश्चिम बंगाल के साथ अपनी बैठक पर, आईजी साउथ बंगाल फ्रंटियर, बीएसएफ, करणी सिंह शेखावत ने कहा कि हमें इस स्थिति में उनके साथ मिलकर काम करना है. इसी पर चर्चा हुई. हमने पुलिस की मदद के लिए अपनी 5 कंपनियां भेजी हैं. हम यहां पुलिस की मदद करने के लिए हैं. हम राज्य पुलिस की मांग के अनुसार काम करेंगे. हमें उम्मीद है कि यहां जल्द ही शांति बहाल हो जाएगी. अगर पुलिस को और कंपनियों की जरूरत होगी, तो हम उन्हें मुहैया कराएंगे. बीएसएफ हर स्थिति के लिए तैयार है.
#WATCH | Murshidabad violence | West Bengal | On his meeting with the DGP West Bengal, IG South Bengal Frontier, BSF, Karni Singh Shekhawat says, “…We have to work along with them in this situation. The discussions were held on this only. We have sent our 5 companies to help https://t.co/pskD2iIqCL pic.twitter.com/LyuktTcBAX
— ANI (@ANI) April 12, 2025
अब तक के अपडेट
- मुर्शिदाबाद के सुती और शमशेरगंज में विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने से पिता-पुत्र सहित कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 138 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए सीएम ममता ने साफ किया कि वक्फ कानून केंद्र सरकार ने बनाया है, उनकी सरकार ने नहीं.
- मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि याद रखें, हमने वह कानून नहीं बनाया, जिस पर बहुत लोग नाराज हैं. यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है. इसलिए आप जो जवाब चाहते हैं, वह केंद्र सरकार से मांगना चाहिए. उन्होंने पूछा कि हमने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. हम इस कानून का समर्थन नहीं करते. यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं होगा, तो दंगा किसलिए.
- केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर बात की. केंद्रीय गृह सचिव ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी से यथाशीघ्र सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने को कहा. गृह मंत्रालय ने कहा कि हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थानीय तौर पर उपलब्ध लगभग 300 बीएसएफ कर्मियों के अलावा पांच और कंपनी तैनात की गईं. केंद्रीय गृह सचिव ने कहा कि केंद्र स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है.
- पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा प्रभावित शमशेरगंज क्षेत्र में जाफराबाद स्थित एक घर में पिता और पुत्र के शव बरामद किए गए जिनके शरीर पर चाकू के निशान थे. मृतकों के परिवार ने आरोप लगाया कि अपराधियों ने उनके घर में लूटपाट की और दोनों पर चाकू से हमला किया. पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में सुती के साजुर मोड़ पर झड़प के दौरान युवक गोली लगने से घायल हो गया और शनिवार शाम को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में उसकी मौत हो गई. शनिवार को भी कुछ इलाकों में हिंसा हुई. शमशेरगंज के धुलियान में काम पर जाते समय एक नाबालिग लड़के सहित बीड़ी कारखाने के दो श्रमिकों को गोली मार दी गई.
- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) जावेद शमीम ने बताया कि अब तक कुल 138 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. केंद्र सरकार के वक्फ बिल के खिलाफ भड़की हिंसा के कारण बड़े पैमाने पर व्यवधान पैदा हुआ. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों को आग लगा दी, सड़कें जाम कर दीं और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पूर्व रेलवे के न्यू फरक्का-अजीमगंज रेल मार्ग पर शुक्रवार को धुलियानगंगा और निमतिता स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवाएं लगभग छह घंटे तक ठप रहीं.
- मुर्शिदाबाद के कई हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है तथा स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने हिंसा में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यह अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई है. अफवाहों को फैलाना बंद करना होगा. हम लोगों से अपील करेंगे कि वे कानून को अपने हाथ में न लें.
- सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से शांत रहने और उकसावे में न आने की अपील की. उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत रहें, संयमित रहें. धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक गतिविधि में शामिल न हों. हर इंसान की जान कीमती है. जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते. कुछ दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. उनके बहकावे में न आएं.
- विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने वक्फ बिल का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और तोड़फोड़ किये जाने की जांच एनआईए को सौंपने की मांग की. उन्होंने कहा कि इसको लेकर विरोध करने वाली कोई बात नहीं थी, यह हिंसा पूर्व नियोजित थी. यह जिहादी ताकतों का लोकतंत्र और शासन पर हमला है, जो अपने प्रभुत्व का दावा करने और हमारे समाज के अन्य समुदायों के बीच भय फैलाने के लिए अराजकता चाहते हैं.
- उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट कर दिया गया, सरकारी अधिकारियों को धमकी दी गई, और भय का माहौल पैदा किया गया. यह सब असहमति की झूठी आड़ में किया गया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने तृणमूल सरकार से मुर्शिदाबाद में कानून के शासन को सख्ती से लागू करने की अपील की. उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी के सत्ता में आने पर अल्पसंख्यकों का एक वर्ग जो इस तरह की बर्बरता और गुंडागर्दी करता है, उसको रोक दिया जाएगा और कुचल दिया जाएगा.
- मजूमदार ने कहा, हिंदू शांतिप्रिय और अहिंसक हैं. लेकिन अगर मुर्शिदाबाद के कुछ इलाकों से हिंदुओं को बाहर निकालने का प्रयास किया जाता है, जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं, तो बंगाल के हिंदू अपनी गरिमा, सम्मान और पहचान को बचाने के लिए विरोध करेंगे. इस पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि विपक्ष राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में 10 अप्रैल से हिंसा जारी है. इस मामले में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने कहा कि केंद्र हिंसा की स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है. साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया. गृह सचिव ने कहा कि हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थानीय तौर पर उपलब्ध लगभग 300 बीएसएफ कर्मियों के अलावा पश्चिम बंगाल सरकार के अनुरोध पर पांच और कंपनियां तैनात की गईं है.
दरअसल पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा के मद्देनजर केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की. गृह मंत्रालय ने मुर्शिदाबाद में कानून-व्यवस्था के बिगड़ने पर अपनी चिंता दोहराई.
केंद्रीय बलों की पांच अतिरिक्त कंपनियां तैनात
मुर्शिदाबाद में पहले से ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के करीब 300 जवान तैनात हैं और केंद्र ने व्यवस्था बहाल करने में मदद के लिए केंद्रीय बलों की पांच अतिरिक्त कंपनियां तैनात की हैं. अब तक की सबसे विचलित करने वाली घटनाओं में से एक में, हिंसा प्रभावित समसेरगंज क्षेत्र में स्थित जाफराबाद में एक पिता और पुत्र की उनके घर के अंदर चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई.
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि बदमाशों ने उनके घर में लूटपाट की और फिर भागने से पहले दोनों पर जानलेवा हमला किया. एक अलग घटना में, शुक्रवार को सुती के सजुर मोड़ पर झड़पों के दौरान एक 21 वर्षीय युवक को गोली लग गई और शनिवार शाम को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में उसकी मौत हो गई. शनिवार को भी कुछ इलाकों में हिंसा भड़कती रही.
दो बीड़ी फैक्ट्री के मजदूरों को लगी गोली
समसेरगंज के धुलियान में काम पर जाते समय एक नाबालिग लड़के सहित दो बीड़ी फैक्ट्री के मजदूरों को गोली लग गई. दोनों का मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है और बताया जा रहा है कि उनकी हालत स्थिर है. अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) जावेद शमीम ने बताया कि अब तक अशांति के सिलसिले में कुल 138 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस वाहनों को लगा दी आग
बता दें कि केंद्र सरकार के वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों को आग लगा दी, सड़कें जाम कर दीं और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पूर्वी रेलवे के न्यू फरक्का-अजीमगंज खंड पर शुक्रवार को धुलियानडांगा और निमतिता स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवाएं लगभग छह घंटे तक बाधित रहीं. मुर्शिदाबाद के कई इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और हिंसा को और बढ़ने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.
सीएम ममता ने की शांति की अपील
वहीं शांति की अपील करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने सभी समुदायों के लोगों से उकसावे में न आने का आग्रह किया. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत रहें, संयमित रहें. धर्म के नाम पर कोई अधार्मिक व्यवहार न करें. हर इंसान की जान कीमती है, राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं. जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
एनआईए से जांच कराने की मांग
इस बीच, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर विरोध प्रदर्शन के दौरान रेलवे संपत्ति की तोड़फोड़ की एनआईए से जांच कराने की मांग की. अधिकारी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, यह बता दें कि यह विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि हिंसा का एक पूर्व नियोजित कृत्य था, जिहादी ताकतों द्वारा लोकतंत्र और शासन पर हमला था, जो अपने प्रभुत्व का दावा करने और हमारे समाज के अन्य समुदायों में भय पैदा करने के लिए अराजकता फैलाना चाहते हैं.
हिंसा पर सियासत तेज
विधानसभा चुनाव एक साल दूर हैं, मुर्शिदाबाद में अशांति की खबरों पर शनिवार को राजनीतिक गुस्सा भड़क गया, क्योंकि बंगाल बीजेपी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी सरकार पर समसेरगंज, सुती और जंगीपुर में हिंदुओं की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया. मजूमदार ने कहा कि हिंदुओं पर हमले के दौरान प्रशासन दूसरी तरफ देख रहा है.
अगले साल विधानसभा चुनावों के बाद एक बार जब बीजेपी सत्ता में आएगी, तो अल्पसंख्यकों के एक वर्ग द्वारा की गई इस बर्बरता को पांच मिनट में कुचल दिया जाएगा. पलटवार करते हुए टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि विपक्ष राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है.
सीएपीएफ कर्मियों की तैनाती का आदेश
वहीं सीएम ममता बनर्जी ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य में वक्फ (संशोधन) अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा. सुती और समसेरगंज जैसे इलाकों में बढ़ती अशांति के बीच, कलकत्ता हाईकोर्ट ने विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी द्वारा दायर याचिका पर कार्रवाई करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में सीएपीएफ कर्मियों की तैनाती का आदेश दिया. न्यायमूर्ति सौमेन सेन की अध्यक्षता वाली एक खंडपीठ ने कहा कि जब ऐसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं तो कोर्ट अपनी आंखें बंद नहीं रख सकती और नागरिकों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया. कोर्ट ने केंद्र और राज्य को 17 अप्रैल को अगली सुनवाई से पहले स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया.