उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. यहां एक साल पहले जिस सड़क को पूर्व पार्षद ने बनवाया था, वो अचानक से धंस गई. उसमें 20 फीट तक का गड्ढा हो गया. उस वक्त वहां वर्तमान पार्षद और कुछ मजदूर भी मौजूद थे. सड़क धंसते ही वो भी गड्ढे में गिर गए. पार्षद सुधीर पंवार को इतनी चोट आई है कि उन्हें ICU में भर्ती करना पड़ा.
हादसे से गुस्साए लोगों ने हंगामा कर दिया और सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए. सूचना पर पुलिस और सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार पहुंच गए. पुलिस कर्मियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की, तो उनसे भी नोकझोंक हो गई. फिलहाल, पुलिसकर्मी लोगों को समझाने में जुटे हैं. घटना वार्ड नंबर- 34 के मोहल्ला विनोद विहार की है.
जानकारी के मुताबिक, यहां सड़क सीवर लाइन और वाटर लाइन लीकेज से अंदर ही अंदर खोखली हो चुकी थी. शनिवार को अमृत योजना के तहत इसकी मरम्मत शुरू हुई. रविवार सुबह पार्षद सुधीर पंवार अपनी मौजूदगी में काम करवा रहे थे, तभी हादसा हो गया. पार्षद के अलावा 6 मजदूर घायल हुए हैं.
मोहल्ले के लोगों का आरोप है कि सड़क को ठीक से नहीं बनाया गया. बोले- 1 साल पहले जल निगम की ओर से सीवर बिछाई गई. इसके बाद नगर निगम ने सड़क की मरम्मत कर दी. रोड बनाने में भ्रष्टाचार हुआ है. इसकी जांच होनी चाहिए. जब तक लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई नहीं होगी, वो विरोध जारी रखेंगे. सड़क इतनी धंस गई है कि इसके पास के मकानों को भी खतरा है.
क्या बोले पूर्व पार्षद?
लोगों ने कहा- 5-6 महीने से पानी की समस्या थी. सिटी मजिस्ट्रेट के यहां गए तो नगर निगम भेजा गया. 15-20 दिन पहले नगर निगम भी गया. वहां किसी ने हमारी नहीं सुनी. अंदर जगह-जगह सीवर लाइन टूट गई है. पानी जगह-जगह रुक रहा. सीवर का पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा था, मोहल्ले में कई जगह लीकेज था. अंदर ही अंदर रोड और घरों की नींव खोखली हो गई. मरम्मत नहीं हुई तो रोड धंस गई. कल को घर गिर गया जाएगा, तो क्या होगा. पूर्व पार्षद दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में यह काम हुआ था. उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की बात कही है.