लोकसभा में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को केरल की नेमोम रेलवे परियोजना को लेकर सवाल किया. उन्होंने सदन में रेलवे परियोजना के काम में देरी होने के चलत धरने पर बैठने की चेतावनी दी. थरूर की इस बात का केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अगर जरूरी हो तो कांग्रेस सांसद थरूर परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर धरने पर बैठ सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस बड़े स्टेशनों और जंक्शन पर भीड़ कम करने पर है.
केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में नेमोम रेलवे टर्मिनल परियोजना में देरी और धनराशि की कमी की बात कही. प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस नेता ने पूरक प्रश्न पूछते हुए थरूर ने कहा कि इस परियोजना से तिरुवनंतपुरम सेंट्रल तक रेलवे लाइन पर भीड़ कम करने में मदद मिल सकती है.
‘सरकार का ध्यान जंक्शन पर भीड़ कम करने पर है’
इसके जवाब में रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि सरकार का ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि बड़े शहरों और जंक्शन पर भीड़ कम हो, ताकि लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो. वहीं नए टर्मिनल बनाए जाएं और उन्हें डिजाइन करने पर बहुत जोर दिया जाए ताकि अगले 50 सालों की मांगों और जरूरतों को पूरा किया जा सके.
‘जरूरत पड़े तो वो राज्य सरकार के सामने धरने पर बैठें’
इसके साथ ही रेल मंत्री ने कहा कि केरल में सवाल धन का नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने भूमि अधिग्रहण के लिए 2150 करोड़ रुपए जमा कर दिए हैं. शशि थरूर प्रभावशाली सांसद हैं. ऐसे में पूरा केरल उनकी बात सुनता है. मंत्री ने कहा कि वो कांग्रेस सांसद से अनुरोध करते हैं कि अगर जरूरत पड़े तो वो राज्य सरकार के सामने धरने पर बैठें और सुनिश्चित करें कि भूमि अधिग्रहण का काम समय पर पूरा हो जाए.
इससे पहले केंद्रीय रेल मंत्री ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने रुके हुए रेलवे प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने के लिए तकनीकी और पर्यावरणीय मुद्दों को हल करने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि अगर तकनीकी और पर्यावरणीय मामलों को सुलझा लिया जाए तो केरल सरकार के रुके हुए रेल प्रोजेक्ट आगे बढ़ सकते हैं.